करोड़ों की लागत से बनी सड़कें जलमग्न झूंसी से लीलापुर तक महाकुंभ से पहले ही बहने लगी विकास की सच्चाई
झूंसी (स्वतंत्र प्रयाग) प्रयागराज – महाकुंभ 2025 की तैयारी के नाम पर झूंसी से लीलापुर तक बनाई जा रही करोड़ों की लागत की संपर्क मार्ग सड़कें आज खुद सवाल पूछ रही हैं। सड़कें बनीं, गाड़ियां चलीं, लेकिन नालियां अधूरी ही छोड़ दी गईं। नतीजा ये कि बरसात से पहले ही पानी ने कब्जा कर लिया है और नई बनी सड़कों पर गड्ढों का राज शुरू हो चुका है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि सड़क निर्माण तो दिखावे के लिए कर दिया गया, लेकिन आसपास की बस्तियों में जल निकासी की कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं की गई। अधूरे पड़े नाले, बंद पड़ी पाइपलाइनें और गंदा पानी – सब मिलकर एक बड़े प्रशासनिक घोटाले की ओर इशारा कर रहे हैं।
अब सवाल यह है कि क्या करोड़ों रुपये खर्च कर सिर्फ कागजों में विकास दिखाया जा रहा है बारिश में आना जाना मुश्किल हो गया है स्थानीय निवासी कहते हैं कि कई बार शिकायत करने के बावजूद न कोई अधिकारी आया, न कोई निरीक्षण हुआ। ठेकेदार मौके से गायब हैं और जनता बेबस होकर सिर्फ आसमान की तरफ देख रही है कि कहीं से कोई राहत की बारिश न आ जाए! क्या यही है महाकुंभ की तैयारी अगर समय रहते जिम्मेदार नहीं चेते, तो करोड़ों की लागत से बनी सड़क पर पानी लग रह है। और जनता परेशान हो रही है
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