पुरा छात्र एवं विंध्य गौरव ख्याति समारोह बड़े शानोशौकत से हुआ सम्पन्न


मुकेश मिश्र/सुरेन्द्र पांडेय ....

लालापुर(स्वतंत्र प्रयाग) प्रयागराज विकासखंड शंकरगढ़ के अंतर्गत ग्रामीण आंचल में रमणीय पहाड़ियों के सुंदर शिखर के बीचो बीच विराजमान लालापुर में सन् 1954 मे स्थापित प्राचीन विद्यालय श्री हरि शंकर पाण्डेय कालेज के द्वारा , समाजिक सरोकार में सम्मानित पदों को सुशोभित कर चुके पुरा छात्रों को आज विंध्य गौरव ख्याति प्रदान किया गया। प्रबन्धक करुणा निधान पांडे,व उप प्रबंधक सूर्य निधान पांडे,ने सभी अतिथियों  का अभ्यर्थना किया।

वहीं पर समारोह में विंध्य क्षेत्र के कई दिग्गज हस्तियों ने शिरकत किया। कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना के साथ किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रुप में रीवां नरेश राजा पुष्पराज सिंह रहे। अन्य अतिथियों में रीवां से राज्य सभा सांसद राजमणि पटेल, प्रयागराज से पूर्व सांसद कु रेवती रमण सिंह, मैहर से लगातार 4 बार निर्वाचित जनप्रिय विधायक श्री नारायण त्रिपाठी, पुरा छात्र पूर्व आई जी सीपी सिंह, प्रयागराज वर्तमान सांसद डा.रीता बहुगुणा जोशी के पति इं.पी सी जोशी, पुरा छात्र डा.राममुनि पाण्डेय पूर्व विभागाध्यक्ष एडीसी प्रयागराज ,पुराछात्र ज़िला उपसहकारी जिलाधिकारी प्रयागराज डॉ चुन्नीलाल त्रिपाठी,पुरा छात्र निदेशक राजर्षी टंडन मु.वि.वि.प्रयागराज के डॉ विनोद गुप्ता, आईएफएस अजय पाण्डेय, वहीं पर विशेष अतिथि के रूप में डॉ वी के सिंह, पूना ट्रामा सेंटर के ऑनर, पूर्व प्रधानाचार्य मथुरा प्रसाद पांडे ,पूर्व प्रवक्ता कन्हैया लाल मिश्र पूर्व जिलाध्यक्ष सहकारी समिति प्रयागराज, पूर्व प्रधानाचार्य माता बदल मिश्र, आदि कई गणमान्य हस्तियों ने इस समारोह में शिरकत की, वहीं पर कार्यक्रम का संचालन उप प्रबन्धक सूर्य निधान पांडे व बेशर्म जी ने किया।

कार्यक्रम में राज्य सभा सांसद राजमणि पटेल ने कहा कि हमे सामाजिक मूल्यों से दूरी नहीं बनानी चाहिए, मूल्य ही मनुष्य का चारित्रिक निर्माण करते हैं जिससे सामाजिक समरसता बनी रहती है। नियति और नीति अच्छी होगी तभी जाकर सशक्त समाज की स्थापना सम्भव होगी। 

पूर्व प्रधानाचार्य मथुरा प्रसाद पांडे ने विद्यालय के 1954 से लेकर अब तक के संघर्ष इतिहास को बताया कहा कि,1969 में इस विद्यालय को इंटर की मान्यता मिली। 1975 में इस विद्यालय का नामकरण हरिशंकर पांडेय हुआ।1965 में सर्वप्रथम अनुदान मिला।

बता दें कि विद्यालय के बच्चों के द्वारा अतिथियों के स्वागत में स्वागत गीत के साथ साथ विभिन्न प्रकार के रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, समारोह में विशेष आकर्षण का केंद्र रहा बाल विवाह व दहेज प्रथा पर बच्चों का मंचीय नाटकीय प्रस्तुति मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा। 

वहीं पर मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा कि हमारा प्रयास विंध्य क्षेत्र को ग़ौरव प्रदान करने का संघर्ष चल रहा है। निश्चित रूप से इसका विकास होगा।

इसी कड़ी में पुरा छात्र डा. चुन्नी लाल त्रिपाठी उप सहकारी जिलाधिकारी प्रयागराज ने अपने अभिभाषण में कहा कि मैं आज यहां अपने आप को खड़ा देख बेहद ही गौरवान्वित के साथ साथ बहुत ही सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूँ कि बहुत दिनों बाद एकबार पुनः अपने गुरुजनों के श्री चरणों को स्पर्श करने का सौभाग्य प्राप्त हो रहा है। इतने साल गुज़र गए, मुझे अभी भी इस विद्यालय के गुरूओ के द्वारा सिखाएं गये नैतिक शिक्षा का ही प्रतिफल है कि आज हमारे जैसे कई पुरा छात्रजन भिन्न क्षेत्रों में जगहों पर पहुंच सके,सेवा निवृत्त गुरूजनों के चेहरे पर झलकती ताजगी साफ साफ बता रही हैं कि आज हम लोगों की कामयाबी को देखकर कितने खुश नजर आ रहे हैं।

पुरा छात्र डा विनोद गुप्ता निर्देशक राजर्षी टंडन मु.वि.वि.प्रयागराज ने कहा कि अपने स्कूल परिसर में आज पुनः पुरा छात्र सम्मान समारोह में आकर अनुज छात्रों/छात्रों के साथ बैठकर पुरा छात्र व गुरूओं से बातचीत करना हमारे लिए बड़ा ही रोमांचित पल है। पूर्वछात्रों एवं विंध्य गौरव सम्मान के दौरान पूर्वछात्रों, मित्रगणों, शिक्षकों, प्रिंसिपल व विंध्य क्षेत्र के सभी लोगों का स्नेह प्राप्त करने का पुनः सौभाग्य प्राप्त हुआ, इसके लिए मैं उपप्रबंधक सम्माननीय सूर्य निधान पाण्डेय जी का अंतर्रात्मा से आभारी रहूंगा।

विंध्य गौरव व वर्तमान समय में पुणे महाराष्ट्र में जन स्वास्थ्य सेवा चिकित्सा दे रहे, विंध्य क्षेत्र के गौरव कार्यक्रम के विशेष अतिथि डा.वी के सिंह जी ने विद्यालयीय विकास के लिए  एक लाख रुपए का चेक प्रदान किया।

क्षेत्र के गौरव व पुरा छात्र डा.राममुनि पाण्डेय जी ने अपने संबोधन में कहा कि इस तरह के सम्मान समारोह से, पूरा और अद्यतन को साथ लेकर चलने से समाज में व्याप्त पीढ़ी गत अंतर को भी पाटने का प्रयास होता है। चाहे परिवार हो समाज हो सभी में पुराने और नए विचारधारा के लोगों का सामंजस होता है ऐसा समाज एवं ऐसा परिवार अपने उत्थान की ओर होता है एवं सामाजिक प्रगति की तरफ ले जाता है। जब तक पीढ़ी गत अंतर को नहीं पाटा जाता तब तक सामाजिक समरसता उत्पन्न नहीं होती।

कार्यक्रम के अंत में रीवां नरेश पुष्पराज सिंह के द्वारा जिला व क्षेत्रिय पत्रकारों को अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के स्टॉफ सहित जिला एवं क्षेत्रीय तमाम गणमान्य लोग प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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