भारी वर्षा से हजारों एकड़ धान की फसल जलमग्न, कई किसानों के घरों मे घुसा पानी

लेड़ियारी,प्रयागराज:(स्वतंत्र प्रयाग):लगातार 36 घंटे से हो रही बरसात से किसानों के धान की हजारों एकड़ फसल जलमग्न हो गयी है। वहीं कई लोगों के कच्चे मकान में पानी घुस जाने से लोगो को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। 

निचले स्तर पर बने कच्चे मकानों में पानी घुसने से पूर्ण रूप से दलदल हो गये। प्रभावित लोग प्रशासन की मदद के लिए बराबर फोन करते रहे लेकिन तहसील के एक भी जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंच सके। लेड़ियारी कदौंली निवासी राजकुमार मिश्र ने बताया कि मेरा घर जब पानी की चपेट में घिर गया तो हमने उप जिलाधिकारी और पुलिस को फोन किया लेकिन 112 नंबर ही आकर अपना खानापूर्ति करके चली गयी। 

कोरांव के जिम्मेदार अफसर नहीं आ सके जिससे किसानों में आक्रोश है। इस समय धान की रोपाई का कार्य चल रहा है अचानक भारी वर्षा में डूबने से  धान की फसल सड़ने के कगार पर है। 3 दिन बीत जाने के बाद भी प्रशासन द्वारा स्थिति का मुआयना नहीं किया गया।त्रिवेणी प्रसाद तिवारी, रामजीत मिश्र कमलेश भूर्तिया, , पंडा पटेल, मोहन लाल कुशवाहा ने बताया कि इस वर्ष धान की फसल में डीजल महंगा होने के कारण लागत ज्यादा आया है। 

झमाझम बारिश होने से सारी फसल डूब चुकी है निश्चित रूप से डूबी हुई फसलों का बचाना मुश्किल होगा। यदि सरकार किसानों की इस गंभीर समस्या पर  ध्यान न दिया तो सारे किसान एकदम चकनाचूर हो जायेंगे। इन्होंने सिंचाई विभाग की लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि नालियों और नालों की जो सफाई होती है सिर्फ खानापूर्ति और कागजी कार्रवाई तक ही सीमित है। 

सड़कों पर लगी कुछ पुलियां भी ध्वस्त हो चुकी है। जगह जगह नालियों में अतिक्रमण हो गया है जिससे पानी का जमाव हो जाता है। यदि सरकार द्वारा चक मार्गों के बीच जो नालियां नाले हैं उसकी सही ढंग से सफाई हो जाए तो

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