सड़क हादसे का शिकार हुआ राष्ट्रीय पक्षी मोर


 राष्ट्रीय पक्षी मोर के सड़क हादसे में घायल होने उनकी मौत के मामले में लापरवाही करने वाले अधिकारियों के कारनामों को लेना होगा संज्ञान

टेढ़ी मोड़,कौशांबी:(स्वतंत्र प्रयाग): सिराथू तहसील के अंतर्गत ग्रामसभा पल्टीपुर अंदावा के सामने रोड पर किसी अज्ञात वाहन से टकराकर राष्ट्रीय पक्षी मोर घायल हो गया है सड़क हादसे में घायल राष्ट्रीय पक्षी मोर को जब गांव वालों ने देखा तो वन विभाग को सूचना दिया लेकिन वन विभाग की टीम मौके पर नहीं पहुंची है सड़क हादसे के शिकार राष्ट्रीय पक्षी मोर की बाद में मौत हो गई है


मोर को भले ही सरकार ने राष्ट्रीय पक्षी का दर्जा दिया हो लेकिन जिले में राष्ट्रीय पक्षी मोर की आए दिन मौत हो रही है सड़क हादसे के चलते इसके पहले भी राष्ट्रीय पक्षी मोर की मौत हो चुकी है राष्ट्रीय पक्षी मोर के मौत के बाद तिरंगे में लपेटकर सम्मान उसका अंतिम संस्कार किए जाने का नियम भारतीय संविधान में है लेकिन कौशांबी में राष्ट्रीय पक्षी मोर को राष्ट्रीय सम्मान नहीं मिल पाता है।

 जो सरकार की व्यवस्था पर बड़ा सवाल उत्पन्न कर रहा है इसके पहले भी कोखराज थाना क्षेत्र के सैता पावर हाउस के पास एक माननीय की लग्जरी वाहन से राष्ट्रीय पक्षी मोर की मौत हुई थी इस मामले में भी राष्ट्रीय पक्षी मोर को राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार नहीं किया गया है।

 राष्ट्रीय पक्षी मोर की मौत के बाद तिरंगे में लपेटकर उसका शहीदों की तरह से सम्मान अंतिम संस्कार किया जाने का नियम है शनिवार को कोखराज थाना क्षेत्र के पलटी पुर गांव के पास राष्ट्रीय पक्षी मोर फिर सड़क हादसे का शिकार हो गया है।

 मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने वन विभाग के रेंज कार्यालय में राष्ट्रीय पक्षी मोर सड़क हादसे में घायल होने की जानकारी ग्रामीणों ने रेंज कार्यालय को पहुंचाई है लेकिन राष्ट्रीय पक्षी मोर के सड़क हादसे में घायल होने के बाद मौके पर वन विभाग का कोई जिम्मेदार नहीं पहुंच सका है।


 घायल मोर का क्या हाल है इसकी भी जानकारी लेने का प्रयास बन विभाग के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अधिकारियों ने नहीं किया है अब सवाल उठता है कि सरकार ने मोर को राष्ट्रीय पक्षी घोषित कर रखा है।

 सामान्य पक्षियों की तरह राष्ट्रीय पक्षी की भी मौत के बाद जिम्मेदार अनदेखा करते रहेंगे तो मोर को राष्ट्रीय पक्षी का दर्जा देने का क्या औचित्य रह जाएगा यह बड़ा सवाल है और राष्ट्रीय पक्षी मोर के सड़क हादसे में घायल होने उनकी मौत के मामले में लापरवाही करने वाले अधिकारियों के कारनामों को संज्ञान लेना होगा और लापरवाह अधिकारियों पर कठोर कार्यवाही करनी होगी जिससे राष्ट्रीय पक्षी मोर को उसका सम्मान मिल सके।

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