समाजवादी पार्टी के कार्य कर्ताओ ने बारा तहसील में उपजिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सपा के विधानसभा अध्यक्ष भागीरथी बिंद ने बताया की पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर आज हम लोगों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन उप जिला अधिकारी बारा सौम्या गुरु रानी को शौंप कर उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के अंतर्गत जिला पंचायत अध्यक्षों एवं ब्लाक प्रमुखों के चुनाव में लोकतंत्र की हत्या भाजपा राज में हुई है।
उसकी कोई कल्पना नहीं की प्रमुख पद के नामांकन के समय विपक्ष के प्रत्याशी प्रस्तावक व समर्थकों महिलाओं के साथ शर्मनाक घटना व अभद्रता और पूर्व स्पीकर माता प्रसाद पांडे के साथ धक्का-मुक्की और उन्हें चोट पहुंचाने की कोशिश इन सभी घटनाओं से जाहिर है ।
कि स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव की बात बेमानी हो गई जिला पंचायत अध्यक्षों और ब्लाक प्रमुखों के चुनाव में 3 जुलाई व 10 जुलाई को सत्ता पक्ष के प्रत्याशियों को जिताने के लिए विपक्ष के साक्षर जिला पंचायत क्षेत्र पंचायत सदस्यों को डराया धमकाया गया तथा जबरन प्रलोभन देकर भाजपा के पक्ष में वोट देने को बाधित किया गया।
8 जुलाई को ब्लाक प्रमुख के निर्वाचन के लिए नामांकन की अंतिम तिथि नामांकन के दौरान पुलिस प्रशासन सत्ता पक्ष का कार्यकर्ता बनकर काम करने लगा और सपा के प्रत्याशियों समर्थकों पर हम लोगो के साथ नामांकन पर्चे फ़ाढ़ने के कृत्य किए गए सैकड़ों ब्लाकों में नामांकन करने नहीं दिया गया।
10 जुलाई को मतदान के दिन भी भाजपा चुनाव जीतने में लगी रही और सपा के प्रत्याशियों को मारा पीटा गया कार्यकर्ताओं के साथ हुई हिंसा से लोकतंत्र शर्मसार है और कलंकित हुआ उत्तर प्रदेश के संविधान को नजरअंदाज करते हुए हिटलर और मुसोलिनी की तानाशाही से कई कदम आगे निकल चुकी सपा ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को प्रारंभ से ही सत्ता पक्ष द्वारा पंचायती चुनाव को प्रभावित कर अपने पक्ष में करने के साजिशों के बारे में लगातार सूचित किया जा चुका था ।
इसके साथ ही साथ कुछ मांगे राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन में किया किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिया जाए प्रदेश में किसानों का गन्ने का बकाया भुगतान 15000 करोड़ रुपए तत्काल दिया जाए, किसानों के ऊपर जो काला कृषि कानून थोपा जा रहा है उसे तत्काल वापस लिया जाए, बढ़ती महंगाई डीजल पेट्रोल रसोई गैस खाद बीज कीटनाशक दवाएं कृषि यंत्र इत्यादि पर रोक लगाई जाए ,बेरोजगार नौजवानों को रोजगार दिया जाए ,उत्तर प्रदेश में ध्वस्त कानून व्यवस्था को दुरुस्त किया जाए।
महिलाओं के साथ हो रहे अपराध पर रोक लगाई जाए, समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं के ऊपर फर्जी मुकदमे दर्ज करना तत्काल बंद किया जाए, बढ़ते भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जाए, जिला पंचायत व क्षेत्र पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में हुई धांधली एवं हिंसा की जांच कराई जाए, पत्रकारों के ऊपर लगातार हो रहे हमले और हत्याओं पर रोक लगाई जाए,
इन सभी शिकायतों एवं मांगों को लेकर बारा विधानसभा के समस्त नेता एवं कार्यकर्ता भारी संख्या में उपस्थित हुए जिसमें मुख्य रूप से कौंधियारा ब्लाक प्रमुख इंद्र नाथ मिश्रा, जिला पंचायत सदस्य बृजेश यादव ,जिला पंचायत सदस्य शिवाकांत यादव, पूर्व ब्लाक प्रमुख घनश्याम कोटार्य, पूर्व ब्लाक प्रमुख गुलाब कली ,प्रधान कामद प्रताप, बबलू मिश्रा ,गुड्डा मिश्रा ,वजीर खान, सचिन वैश्य ,वेद प्रकाश, दिवाकर ,राहुल, हरिकेश, विजय बागी, सरवर अली, अर्जुन पटेल ,अनीश, मानसिंह ,दुर्गा, शैलेंद्र ,मुलायम, अनिल, दुर्गेश कुलदीप, हिमांशु ,हरिभान,आदि कार्यकर्ता उपस्थित हुए।
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