बेरोजगारी से त्रस्त हुई युवा पीढ़ी, रोजगार न मिलने से संकट मे युवाओं का भविष्य


हमरे सरकार की यही नसीहत, पढ़े लिखे युवा बेरोजगारी से जूझता

सुरेन्द्र पाण्डेय 

प्रयागराज (स्वतंत्र प्रयाग) बेरोजगारी वर्तमान मे चरम पर है, देश भर मे करोड़ो शिक्षित युवा बिना रोजगार के इधर - उधर घूम रहे हैं। देश भर मे करोड़ो शिक्षित नवयुवक रोजगार की तलाश मे दर - दर की ठोकरें खाने को मजबूर है। आज के इस दौर मे पहले तो सरकार जल्दी कोई भर्ती निकालती नहीं है, और जब कभी भर्ती निकाली भी गई तो उसमे युवा वर्ग रात दिन एक कर कड़ी मेहनत कर के कैसे भी दौड़,परीक्षा आदि निकाल कर चयनित हो जाते हैं, लेकिन चयनित होने के बाद हुआ क्या कि वह भर्ती सीधे न्यायालय मे चली गई। अब युवा वर्ग न्यायालय के आदेश का इन्तज़ार करते करते जरूरी उम्र से अधिक हो जाता है, जिसके बाद सरकार को एक और बहाना मिल जाता है कि अब तुम चयनित नहीं हो सकते तुम्हारी उम्र अधिक हो चुकी है, जिसके चलते प्रतिवर्ष लाखों की संख्या मे लोग मौत को गले लगा लेते हैं।

चुनाव भी होने के बाद न्यायालय मे नतीजा....

बेरोजगार युवाओं ने एक साथ आवाज उठाते हुए कहा कि जिस तरीके से हम किसी भी भर्ती मे फार्म भरते हैं उसके बाद उसमे दौड़,परीक्षा आदि निकालकर अपनी जगह पक्की करते हैं और उसके बाद जब नतीजा आना होता है तो मामला न्यायालय पहुंच जाता है, ठीक उसी प्रकार विधानसभा,लोकसभा इत्यादि कोई भी चुनाव हो और जब नतीजा आना हो तो वह सीधे न्यायालय मे चला जाये,और जब कार्यकाल पूरा होना हो तब नतीजा आये तब सरकार को कैसा महसूस होगा ?

खाली पदों को भरे सरकार....

बेरोजगारी से त्रस्त युवाओं ने कहा कि केन्द्र व राज्य मे प्रत्येक विभाग मे जैसे- शिक्षा,स्वास्थ्य,राजस्व,ऊर्जा,रेल इत्यादि जिसमे जितने भी पद खाली हैं केवल उनमे सरकार भर्ती निकाले,उतने मे ही लगभग 2-4 लाख युवाओं को रोजगार मिल जायेगा। लेकिन सरकार के कानों मे जूं तक नहीं रेंग रही है।

2017 में बीजेपी ने किया था हर नौजवान को रोजगार देने का वादा

युवाओं का दावा है कि 2017 विधानसभा के घोषणा पत्र में बीजेपी द्वारा प्रदेश के प्रत्येक नौजवान को रोजगार देने का वादा किया गया था परन्तु दुखद है कि सत्ता पाने के बाद सरकार की वादों को भूलने की आदत हो गई है। जिन भर्तियों के आवेदन आते भी हैं वह पूर्ण होकर नियुक्ति प्रक्रिया तक नहीं पहुंचती हैं, या तो कोर्ट में उलझ जाती है या पेपर लीक हो जाता है। राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के अनुसार हर घंटे 1 बेरोजगार युवा आत्महत्या करने को मजबूर हैं। 

युवाओं का सवाल लगभग 5 लाख पद खाली, फिर भर्ती क्यों नहीं                      

दरअसल, यूपी में बेरोजगारों ने "युवा शक्ति संगठन" बनाया है। इस संगठन का दावा है कि यूपी सरकार ने पिछले दिसंबर माह में सभी सरकारी विभागों से रिक्त पदों का ब्योरा मांगा था। इसके आधार पर शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस,राजस्व,ऊर्जा जैसे कई महत्वपूर्ण विभागों में लगभग 5 लाख पद खाली पड़े हैं, जिसमें शिक्षकों के पदों को छोड़ दें तो 3.25 लाख पद राज्य कर्मचारियों के रिक्त पड़े हैं, परन्तु दुर्भाग्यपूर्ण है उत्तर प्रदेश सरकार करोड़ों शिक्षित बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ अन्याय कर रही है। वर्तमान परिवेश में यूपी में बेरोजगारी दर 7 प्रतिशत से ऊपर पहुंच चुकी है। प्रदेश में अनुमानित 2 करोड़ शिक्षित युवा बेरोजगार हैं। उनका सवाल है कि फिर भी भर्तियां क्यों नहीं की जा रही हैं ??

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