शिकायत के बाद भी बेपरवाह बने जल निगम कर्मी, कई स्थानों पर टूटी पड़ी हैं पाइप लाइनें
आनंद केसरी उर्फ मुन्ना सर्राफ
दो माह से बाधित जलापूर्ति पानी के लिए मचा हाहाकार
कोरांव/प्रयागराज (स्वतंत्र प्रयाग) जलनिगम विभाग देवघाट के द्वारा गांवों में की जाने वाली जलापूर्ति लगभग दो महीने से पूरी तरह बाधित है। शिकायत के बाद भी जल निगम के कर्मी बेपरवाह बने हुए हैं। जिससे जहां गांवो में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है, वहीं नगर पंचायत कोरांव में भी लगातार दो महीने से जलापूर्ति बाधित होने से व्यापारियों व नगर वासियों को पीने के पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। बरसात के दिनों में नगर पंचायत कोरांव में जलभराव होने के कारण हैंडपंपों का पानी भी दूषित हो जाता है। लगभग दो महीने से जलापूर्ति बाधित होने से नगर पंचायत के लोग दूषित पानी पीने के लिए मजबूर हो रहे हैं। व्यापारियों व नगर वासियों के द्वारा जलापूर्ति बाधित होने की शिकायत कई बार विभागीय अफसरों समेत स्थानीय तहसील प्रशासन से की गई बावजूद इसके बाधित जलापूर्ति को बहाल नहीं कराया जा सका। जिससे पेयजल समस्या को लेकर नगर वासियों में आक्रोश देखा जा रहा है। पेयजल समस्या को लेकर उपजिलाधिकारी कोरांव अभिनव कनौजिया से बात करने का प्रयास किया गया किंतु उनका फोन बार-बार लगाने के बाद भी रिसीव नहीं हो सका। पेयजल की गंभीर समस्या को लेकर जल निगम कोरांव के जेई कमल अशक से भी बात करने का प्रयास किया गया किंतु फोन न लगने के कारण इन से भी संपर्क नहीं हो सका।
लगातार दो महीने से टाउन क्षेत्र की जलापूर्ति बाधित होने से जहां व्यापारियों को पीने के पानी के लिए दूर-दूर तक भटकना पड़ रहा है, वहीं लोग हैंडपंपों का दूषित पानी पीकर संक्रामक बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। पिछले एक सप्ताह लगातार हो रही बारिश के दौरान नगर वासियों को पीने के पानी के लिए भारी किल्लत उठानी पड़ी। किंतु विभागीय अफसर व स्थानीय तहसील प्रशासन मामले को लेकर उदासीन बना रहा। जिससे आज भी समस्या जस की तस बनी हुई है। नगर के लोग दूषित पानी पीने के लिए मजबूर हैं।
श्यामाकांत तिवारी उर्फ बब्बनदो महीने से लगातार जलापूर्ति बाधित होने के कारण सक्षम लोग तो पानी खरीदकर शुद्ध आरओ पानी पी ले रहे हैं, किंतु नगर के गरीब तबके के लोग हैंडपंपों का दूषित पानी पी रहे हैं जिससे नगर कोरांव में संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। अगर समस्या का निदान नहीं कराया गया तो नगरवासी पीने के पानी के लिए आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
राजकुमार केसरी, नगरवासी
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