रेलवे क्रासिंग पार करने के लिए बाइक तथा चारपहिया वाहन चालकों को मीलों लगाना पड़ता है चक्कर

 

कौशाम्बी (स्वतंत्र प्रयाग ) सिराथू कस्बे में रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज निर्माण कार्य पिछले कई महीनों से निर्माणाधीन है जिसके चलते रेलवे क्रॉसिंग से आवागमन बंद कर दिया गया है। जिसकी वजह से रेलवे फाटक को पार करने के लिए बाइक व चार पहिया वाहन सवार लोगों को चंद रेलवे क्रासिंग के इस पार से उस पार जाने के किये लगभग आठ किलोमीटर का लंबा सफर तय करना पड़ता है। बताते चले कि चिकित्सा सेवाओं सहित अन्य जरूरतों के लिए लोगों को रेलवे क्रासिंग के इस पार से उस पार जाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है । नगर पंचायत सिराथू में रेलवे लाइन क्रॉसिंग पर आवागमन के लिए ऊपरगामी रेलवे पुल के निर्माण के वजह से क्रॉसिंग बंद करा दी गई है। ऐसे में रेलवे क्रासिंग के आसपास साइकिल , मोटरसाइकिल व पैदल निकलने वालो के लिए रास्ता नहीं बनाया गया है जिससे क्रॉसिंग के इस पार व उस पार आने जाने के लिये सयारा रेलवे ब्रिज व भडेहरी गांव के रास्ते लगभग आठ किलोमीटर मीटर की दूरी तय करने बाद जाना पडता है । इसके लिए लोगों का घंटों का समय बर्बाद होता है । सिराथू कस्बे के मंझनपुर रोड पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज कराने के लिये लंबी दूरी तय करनी पडती है। इस दौरान बीमारी से ग्रसित लोगों को घंटों का समय लगता है। इसके अलावा सैनी रोड मे बनी तहसील कार्यालय पहुंचने में फरियादियों को चक्कर काट कर पहुचना पड़ता है । लोगों ने आवागमन के लिए रास्ता बनाने के लिए मांग की थी लेकिन निर्माण करा रही कार्यदाई संस्था द्वारा रास्ता नहीं बनाया गया । जिसकी वजह से जरूरतमंदों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।


इस बावत जब कस्बेवासियों से बात की गई तो कस्बे के *हिमांशु मिश्र* ने बताया कि रेलवे फाटक पार करने के लिए कई किलोमीटर का चक्कर लगाना पड़ता है जबकि राहगीरों के लिए क्रासिंग पार करने के लिए कही से रास्ता देना चाहिए ।

*संघर्ष जी* ने बताया कि चिकित्सा सेवाओ सहित अन्य जरूरतों के लिए लोग रेलवे फाटक के आसपास से जान जोखिम में डालकर फाटक रेलवे लाईन पार करते हैं जिससे हादसे की आशंका रहती है ।

*नितिन वर्मा* ने बताया कि रेलवे क्रासिंग पर पुल बन रहा है जिससे रेलवे क्रासिंग पर आवागमन बन्द है पुल चालू होने के बाद राहगीरों की समस्या समाप्त हो जाएगी लेकिन रेलवे क्रासिंग पार करने के लिए रास्ते की कोई वैकल्पिक व्यवस्था होनी चाहिए थी ।

*सत्यम द्विवेदी* ने बताया कि रेलवे क्रासिंग बन्द होने से दो पहिया व चार पहिया वाहनों को घूमकर जाने में जहाँ समय बर्बाद होता है वही अस्पताल वगैरह जाने वाले राहगीरों सबसे बड़ी दिक्कत होती है ।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

पुरा छात्र एवं विंध्य गौरव ख्याति समारोह बड़े शानोशौकत से हुआ सम्पन्न

प्रयागराज में युवक की जघन्य हत्या कर शव को शिव मंदिर के समीप फेंका , पुलिस ने शव को लिया अपने कब्जे में