सभी जनपदों से मुख्यमंत्री योगी ने मांगी मजदूरों की लिस्ट , बोले सभी को देंगे रोजगार
लखनऊ,(स्वतंत्र प्रयाग) लॉकडाउन में देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे उत्तर प्रदेश के कामगारों को वापस लाने में जुटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब राज्य सरकारों से यहां के प्रवासी श्रमिकों की जनपदवार सूची मांगी है उन्होंने कहा अब तक सात लाख से ज्यादा प्रवासी कामगार राज्य में वापस आ चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक में कहा कि प्रदेश सरकार अपने राज्य के सभी कामगारों, श्रमिकों को लाना चाहती है इसके लिए संबंधित राज्य सरकारें हमारे यहां के प्रवासी श्रमिकों, कामगारों की जनपदवार सूची उपलब्ध करायें जो राज्य सरकारें सूची उपलब्ध करा रही हैं, उन्हें लाने की व्यवस्था हम तत्काल दे रहे हैं।
अब तक 37 ट्रेनों व बसों से 60,000 श्रमिक वापस लौटे
मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक दूसरे प्रदेशों से प्रवासी श्रमिकों को लेकर 37 ट्रेनें आ चुकी हैं इससे करीब तीस हजार से अधिक प्रवासी श्रमिक, कामगार आए हैं इसके अलावा पिछले सप्ताह हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश से भी बसों से तीस हजार से अधिक श्रमिक एक लाए गए हैं।
मार्च से आने का सिलसिला हुआ शुरू
उन्होंने कहा कि इससे पहले मार्च के अंतिम सप्ताह में भी साढ़े चार लाख प्रवासी श्रमिक, कामगार यूपी लाए गए थे इससे पूर्व 1 मार्च से 15 मार्च के बीच दो लाख प्रवासी श्रमिक, कामगार एक महीने में आ चुके थे।
20 ट्रेनों से आज पहुंचेंगे कामगार
मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रमिकों को लेकर आज 20 ट्रेनें आ रही हैं शुक्रवार को भी 25 से 30 ट्रेनें प्रवासी श्रमिकों, कामगारों को लेकर प्रदेश में आएंगी उन्होंने कहा कि प्रवासी कामगारों को सुरक्षित घरों तक पहुंचाने के लिए परिवहन निगम की 10,000 से ज्यादा बसें लगाई गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम यहां आने वाले हर कामगार, श्रमिक को जांच के लिए एकांतवास केन्द्र (क्वारंटीन सेंटर) में रखने और उन्हें सुरक्षित घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे हैं साथ ही प्रत्येक कामगार, श्रमिक को खाद्यान्न और एक हजार रुपये का भरण पोषण भत्ता भी दे रहे हैं उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश आने वाले प्रत्येक श्रमिक, कामगार की स्किलिंग कर डाटा तैयार किया जा रहा है घरेलू एकांतवास (होम क्वारंटीन) पूरा होते ही स्किल के आधार पर यूपी के अंदर ही नौकरी, रोजगार दिलाने की तैयारी है।
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