ऑनलाइन शराब बिक्री से घटेगी मध्यप्रदेश की आमदनी , सुप्रीमकोर्ट ने सुझाया था विकल्प



भोपाल,(स्वतंत्र प्रयाग) सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में राज्य सरकारों को विकल्प दिया है कि, वे शराब की बिक्री ऑन लाइन कर दें, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेंन हो सके  प्रदेश सरकार ने ऑन लाइन शराब बिक्री को लेकर प्लानिंग बनाना शुरू कर दी है, लेकिन अधिकतर शराब ठेकेदार शराब की ऑनलाइन के पक्षधर में नहीं हैं इसकी वजह वे देशी शराब का सेवन करने वाले लोग ऑनलाइन शराब नहीं खरीद पाएंगे ऑन लाइन शराब खरीदने की प्रक्रिया होने पर निचले तबके के लोगों को परेशानी आएगी, वहीं शराब की बिक्री भी कम हो सकती है, इससे प्रदेश सरकार का राजस्व कम हो सकता है।


कोरोना वायरस के संक्रमण काल में लॉक डाउन के चलते शराब की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था  इससे प्रदेश सरकार को लगभग 1800 करोड़ रुपए का घाटा होने की बात सामने आई थी इस घाटे की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार ने शराब की दुकान खोलने का निर्णय लिया, लेकिन शराब कारोबारी इन दुकानों को खोलने के लिए तैयार नहीं थे, उनका कहना था कि शराब अधिकतर कोरोना पॉज़िटिव जिलों से आएगी, जिससे गुना में भी कोरोना का संंक्रमण फैल सकता है।


कुछ दिन पूर्व शराब कारोबारियों की प्रदेश के अधिकारियों के साथ बैठक हुई, उसमें शराब की दुकान खोलने और कारोबारियों को नुकसान न होने देने का आश्वासन दिया, इसके बाद प्रदेश में रेड जोन छोडक़र दूसरे जोनों की दुकान खुलने लगीं गुना में देखा जाए तो एक भी बीयरबार पूरे जिले भर में नहीं हैं, लेकिन शहर के कुछ नामी-गिरामी होटलों में अवैध रूप से अंग्रेजी शराब परोसी जा रही है।


शराब की दुकान खुलते ही बढ़ी भीड़ 


गुना में तो ये स्थिति थी जैसे ही शराब की दुकान खुलने की जानकारी सुरा प्रेमियों को मिली तो उन दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ बढ़ गई थी, जबकि शराब ठेकेदार ने  देसी व विदेशी शराब की दुकान खुलते ही ग्राहकों की भीड़ बढऩे को देखते हुए सोशल डिस्टेंस के लिए वहां गोले बनवा दिए थे, फिलहाल गुना में शराब की दुकानों पर सोशल डिस्टेंस का पालन होता दिखाई दिया।


इस संबंध में जब शराब कारोबारी विनोद राठौर से ऑन लाइन खरीदी को लेकर चर्चा की तो उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को ऑन लाइन पर निर्णय करना है, हमारे हिसाब से ऑन लाइन शराब की बिक्री से राजस्व तो कम हो सकता है और ग्राहकों को परेशानी भी होना बताया।



ऑन लाइन के फायदे


-उच्च स्तर के सुरा प्रेमी ऑन लाइन के जरिए अपनी पसंद की शराब घर बैठे मंगा सकेंगे।


-ऑन लाइन की बिक्री से दुकानों पर भीड़ नहीं होगी और सोशल डिस्टेंस का पालन बना रहेगा।


-शराब की ऑन लाइन बिक्री होने से बेरोजगारों को रोजगार मिल सकता है।


ऑन लाइन के नुकसान 


-एक ही जिले में शराब ठेकेदारों की आपसी प्रतिद्धंदिता से मनमाने दाम पर शराब बिकेगी।



- ऑन लाइन सुविधा होने के बाद देसी शराब की बिक्री और ग्राहकों की कमी हो जाएगी।


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