कोरोना के साथ साथ बाढ़ से निपटने को तैयार है महाराष्ट्र सरकार , मुम्बई में हुई हाई लेबल मीटिंग

 


 


मुंबई,(स्वतंत्र प्रयाग)महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को मानसून से पूर्व आपदा प्रबंधन की समीक्षा बैठक कर हालात का जायजा लिया मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में कोविद 19 का हम मुकाबला कर रहे है इस संकट का मुकाबला करते हुए आने वाली बारिश की आपदा का भी मुकाबला मजबूती व समर्थ रूप से करना होगा इस दृष्टि से सभी मशीनरी एक दूसरे से तालमेल बिठाकर अच्छा काम करे, तो पॉज़िटिव का विस्तार को रोका जा सकता है।


 


मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक की बैठक में उपमुख्यमंत्री अजित पवार, आपदा प्रबंधन मंत्री विजय वडेट्टीवार, राज्यमंत्री प्राजक्त तनपुरे, मुख्य सचिव अजोय मेहता, सभी विभागीय आयुक्त, रेलवे, नौसेना, सेना, हवाई दल, तटरक्षक दल, मानसून विभाग सहित मुंबई मनपा आयुक्त व अन्य विभाग के अधिकारी शामिल हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, तकनीक को इतना विकसित किया गया है कि मौसम की सटीक जानकारी मिल रही है।


अचानक कम दबाव की बेल्ट का निर्माण, जिससे तूफान, भारी बारिश, बादल फटने आदि हो सकते हैं, इसलिए सभी विभागों को मौसम विभाग के लगातार संपर्क में रहना चाहिए अच्छा समन्वय बनाए रखना चाहिए हवाई सेवा और रेलवे को भी अगले रूट के मौसम के पूर्वानुमान को देखते हुए ट्रेनों की योजना बनानी चाहिए।


मुख्यमंत्री ने कहा कि महालक्ष्मी एक्सप्रेस पिछले साल भारी बारिश में बदलापुर के पास फंस गई थी हम आपदा बचाव कार्य की योजना बनाई है, लेकिन हमें कोविड-19 की स्थिति के कारण सावधान रहना होगा इस संबंध में आवश्यक सुरक्षा उपकरण और किटस, मास्क आदि उपकरण उपलब्ध कराने के निर्देश मुख्यमंत्री ने प्रशासन को दिए।


मुख्यमंत्री ने सुझाव दिया कि सांगली-कोल्हापुर बांध से पानी छोड़ने के लिए उचित योजना बनाई जानी चाहिए अब से अल्मटी बांध के पानी के बारे में विभाग के साथ समन्वय करना चाहिए ताकि पिछले साल की तरह इस साल भी बाढ़ से सांगली-कोल्हापुर प्रभावित न हो।


 


मुख्यमंत्री ने कहा कि, मुंबई में 2005 की बाढ़ के बाद, हमने और अधिक सावधानी और आसानी से काम करना शुरू किया नालियों को साफ करना, उन्हें गहरा करना और समय पर पानी की निकासी करना महत्वपूर्ण है पंपिंग स्टेशन ठीक से चलना चाहिए हमें यह देखने की जरूरत है कि क्या ड्रेनेज पाइप खुले हैं सड़कों पर गड्ढों को रोकना महत्वपूर्ण है, चाहे वह शहरी हो या ग्रामीण भाग हो किसी भी हालत में गड्ढे पटने चाहिए।


 


मानसून के दौरान दूरदराज के क्षेत्रों में खाद्यान्न और दवाएं उपलब्ध कराई जानी चाहिए जिलेवार बैठक आयोजित कर संबंधित डॉक्टरों के साथ योजना बनानी चाहिए अंधेरी स्थित शहाजीराजे क्रीडा संकुल में एनडीआरएफ को वैकल्पिक जगह देने का निर्देश भी मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों को दिए। 


 


मुंबई मनपा आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने कहा कि मुंबई में निर्माण कंपनियों द्वारा प्री-मानसून से पूर्व कार्यों को करने के लिए अनुरोध किया गया है 1,000 से अधिक परमिट लंबित थे उनसे ऑनलाइन आवेदन भरकर, मुंबई में निर्माण स्थलों पर प्री-मानसून सुरक्षा के साथ-साथ मलबे को हटाने आदि काम शुरू कर दिए गए है।


मुंबई में 400 किमी के नालों का ड्रोन द्वारा सर्वेक्षण किया गया है और अतिप्रवाहित नालों की सफाई की जा रही है प्रत्येक वार्ड अधिकारी को रेकी करने के लिए कहा गया है कि उनके क्षेत्र में नाली और चेंबर्स खुले तो नहीं हैं हिंदमाता, कलानगर और अन्य स्थानों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा और उच्च क्षमता वाले पंपों का उपयोग करके पानी को पंप करना संभव बनाया गया है।


मुंबई में कहीं भी कोई समस्या नहीं होगी, यह आश्वासन देते हुए, मनपा आयुक्त ने कहा कि मुंबई में 336 बाढ़ स्थल हैं मीठी नदी का 77 प्रतिशत सफाई कार्य पूरा हो चुका है मनपा आयुक्त ने कहा कि बाढ़ के पानी को पंप करने के लिए 6 हजार लीटर प्रति सेकंड पानी पंपिंग सिस्टम भी शुरू किया गया है।


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