कोरोना का बढ़ना सरकार का फेल होना है , मजदूरों की मौत पर सिर्फ भाजपा तमाशा कर रही है , पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ
भोपाल,(स्वतंत्र प्रयाग)लॉक डाउन के चलते पलायन कर रहे मजदूरों को लेकर राजनीति तेज हो गई है मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा मजदूरों की वापसी के लिए ट्रेनें और बसें चलाई जा रही हैं साथ ही सीएम शिवराज स्वयं मजदूरों से धैर्य रखने की अपील कर रहे हैं और उन्हें सुरक्षित घर वापसी का आश्वासन भी दे रहे हैं।
लेकिन इसके बाद भी मजदूर भूखे-प्यासे पैदल ही अपने घरों के लिए सड़कों पर निकल पड़े हैं प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे तमाम प्रयास और दावों के बीच अब पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सरकार पर निशाना साधा है और कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ताओं व समाजसेवी संस्थाओं से घरों को लौट रहे मजदूरों को राशन और भोजन उपलब्ध कराने की अपील की है।
कमलनाथ ने शनिवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर मध्य प्रदेश के प्रवासी मजदूरों की घर वापसी को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा साथ ही उन्होंने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से मजदूरों को गुजर रहे मार्गों पर भोजन और राशन उपलब्ध कराने की अपील की है।
उन्होंने ट्वीट कर लिखा " मैं प्रदेश के सभी कांग्रेस विधायकों, जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं, समाजसेवी संगठनों, संस्थाओं से अपील करता हूँ कि प्रदेश की सीमाओं, मार्गों पर ग़रीब- बेबस मज़दूर भाइयों की भीड़ लगी है, जो लॉकडाउन में रोज़गार के अभाव में भूखे-प्यासे अपने घरों को वापस लौट रहे है।
सरकार का उनके लिये कोई इंतज़ाम नहीं है, उनके लिये कोई साधन की व्यवस्था नहीं की गयी है कोई पैदल, कोई साईकल से, कोई अन्य साधन से अपनी मंज़िल की और निकल पढ़ा है कोई भूख-प्यास से दम तोड़ रहा है, कोई भीषण गर्मी व लू से, कई दुर्घटना का शिकार हो रहे है सभी मिलकर मार्गों पर उनके लिये खाने-पीने का, राशन का इंतज़ाम करें।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मंत्रियों पर तंज कसते हुए कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री से लेकर सारे मंत्री सिर्फ़ बैठक - बयानो में ही लगे हुए है मैदान से सब नदारद है उनके सारे दावे हवा-हवाई है इन ग़रीब-बेबस मज़दूरों की कोई सुध लेने वाला नहीं है, सारे ज़िम्मेदार अधिकारी भी नदारद है इन मज़दूर भाइयों के पास ना रोज़गार बचा है, ना राशन ये अपने घरों को वापस लौटना चाहते हैं।
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