शिवराज मंत्रिमंडल का होगा इस हफ्ते गठन 6 से 10 मंत्री ले सकते है शपथ
भोपाल,(स्वतंत्र प्रयाग), मध्य-प्रदेश में कोरोना धीरे-धीरे अपना पैर पसारते जा रहे हैं इस बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का गठन करने जा रहे हैं कोविड-19 को देखते हुए यह मंत्रिमंडल छोटा रखने पर विचार चल रहा है, जिसमें 6 से 10 सीनियर नेताओं को मंत्री बनाया जाएगा।
केंद्रीय भाजपा से इस पर एक-दो दिन में ही चर्चा होने की संभावना है निर्णय होने के तुरंत बाद ही शपथ का कार्यक्रम होगा मुख्यमंत्री चौहान ने इस संबंध में MP के सीनियर नेताओं के साथ अलग-अलग चर्चा कर ली है. कुछ मसलों पर केंद्रीय संगठन से बात करनी है।
दिल्ली से हरी झंडी मिलते ही मंत्रिमंडल का गठन हो जाएगा. बताया जा रहा है कि कोविड-19 के बीच कुछ गतिविधियां समानांतर रूप से शुरू हो गई हैं, मसलन गेहूं की खरीदी आदि स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, कृषि एवं सहकारिता, पंचायत के साथ वित्त व वाणिज्यिक कर विभाग में गतिविधियां बढ़ गई हैं।
इसी को देखते हुए मंत्रिमंडल में सीनियर मंत्री रहेंगे, जिन्हें पूर्व का अनुभव है इसी के मद्देनजर छोटा मंत्रिमंडल बनाए जाने पर सहमति बन रही है इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे से पूर्व मंत्री तुलसी सिलावट और गोविंद सिंह राजपूत को शामिल किया जा सकता है।
दूसरी तरफ भाजपा के सीनियर नेताओं में गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा, भूपेंद्र सिंह, रामपाल सिंह, विजय शाह, गौरीशंकर बिसेन और मीना सिंह के नाम की चर्चा है इसके अलावा कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए वरिष्ठ नेता बिसाहूलाल को भी मौका मिल सकता है।
छोटे मंत्रिमंडल में दलित कोटे से तुलसी सिलावट होंगे तो आदिवासी कोटे से बिसाहूलाल, मीना सिंह और विजय शाह को मौका मिलेगा बता दें की मध्य प्रदेश के 52 जिलों में से 24 जिलों में कोरोना वायरस की महामारी फैल गई है इन 24 जिलों में प्रदेश की करीब 59 प्रतिशत आबादी रहती है।
आंकडों के अनुसार 31 मार्च से अब तक प्रदेश में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 13 गुना बढ़ गई है मध्य प्रदेश में 31 मार्च को मात्र संक्रमित मरीज थे जो 16 अप्रैल को बढ़कर 980 हो गए अधिकारियों का कहना है कि कोरोना वायरस के करीब 80 प्रतिशत मरीज मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल एवं इंदौर में हैं।
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