प्रयागराज में बनेंगे 21 हजार वेंटिलेटर, भारत सरकार तथा नैनी की वीके कनेक्टर कंपनी के बीच बनी सहमति
प्रयागराज,(स्वतंत्र प्रयाग),कोरोना वायरस के खिलाफ शुरू लड़ाई में प्रयागराज की बड़ी भूमिका होगी यहां भी 21 हजार वेंटिलेटर बनाए जाएंगे इसके लिए भारत सरकार और नैनी की वीके कनेक्टर कंपनी के बीच समझौता हुआ है। लॉकडाउन के दौरान कंपनी में वेंटिलेटर के उपकरणों का निर्माण शुरू हो सके, इसके लिए बृहस्पतिवार को 270 कर्मचारियों के पास जारी किए गए।
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए पूरे देश में साढ़े तीन लाख वेंटिलेटर के निर्माण का निर्णय लिया गया है वेंटिलेटर बनाने की जिम्मेदारी अलग-अलग मंत्रालयों को दी गई है। इसी क्रम में रक्षा मंत्रालय की ओर से यहां की वीके कनेक्टर कंपनी को 14 हजार वेंटिलेटर के उपकरण बनाने की जिम्मेदारी दी गई है।
सात हजार और वेंटिलेटर के लिए बात चल रही है। कंपनी यहां वेंटिलेटर के एक भाग के 36 तरह के उपकरणों का निर्माण करेगी साथ ही असेंबल करेगी इसके बाद इन्हें बंगलूरू भेजा जाएगा, जहां पूरा वेंटिलेटर बनाया जाएगा। अभी यह कंपनी रक्षा के अलावा रेलवे, टेलीकॉम आदि विभागों से संबंधित उपकरणों का निर्माण करती है लेकिन, कुछ दिनों तक सिर्फ वेंटिलेटर के उपकरण बनेंगे। कंपनी के पास रोजाना 400 वेंटिलेटर के उपकरण तैयार करने की क्षमता है।
इस तरह से कंपनी 55 से 60 दिनों में 21 हजार वेंटिलेटर के उपकरण तैयार कर देगी लेकिन, इसके लिए 270 कर्मचारियाें की जरूरत होगी। इस बाबत कंपनी के प्रतिनिधियों ने एसडीएम करछना आकांक्षा राना, उपायुक्त उद्योग अजय चौरसिया के साथ डीएम से मुलाकात की।
डीएम भानु चंद्र गोस्वामी की अनुमति पर सभी कर्मचारियों के लिए पास जारी होने के साथ यह समस्या भी दूर हो गई। अजय चौरसिया ने बताया कि जिले में पहली बार वेंटिलेटर तैयार होगा। कंपनी को भारत सरकार से वेंटिलेटर तैयार करने के लिए कहा गया है। संस्था की सभी जरूरतें पूरी की जा रही हैं।
‘यह पूरे प्रयागराज के लिए गौरव की बात है। मंत्रालय से 14 हजार वेंटिलेटर के उपकरण बनाने के लिए समझौता हो गया है। सात हजार और वेंटिलेटर के लिए वार्ता चल रही है। डीएम से मुलाकात के बाद कर्मचारियों के लिए पास भी जारी हो गए। अन्य तैयारी भी पूरी कर ली गई है। शुक्रवार से उपकरणों का निर्माण तथा उन्हें असेंबल करने का काम शुरू हो जाएगा।
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