लॉकडाउन में फंसे मजदूरों के खाते में डाले जाएंगे प्रति मजदूर एक हजार रुपये: शिवराजसिंह



भोपाल,(स्वतंत्र प्रयाग),पूरे देश में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए 3 मई तक के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है  लॉक डाउन का दूसरा फेज शुरू होने से मध्य प्रदेश के हजारों मजदूर दूसरे राज्यों में फंस गए हैं उन्हें उम्मीद थी कि 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खुलेगा और वह अपने घर लौट सकेंगे।


लेकिन ऐसा नहीं हुआ अब उनके लिए राहत भरी खबर आई है  प्रदेश सरकार ने निर्णय लिया है कि दूसरे राज्यों में फंसे मजदूरों के एकाउंट में 1-1 हजार रुपए डाले जाएंगे  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्य प्रदेश के कई मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए हैं।


तालाबंदी की अवधि बढ़ने पर वे वापस नहीं लौट सकेंगे हमने दूसरे प्रदेशों के सीएम से उनके भोजन और आश्रय की व्यवस्था करने के लिए बात की ऐसे श्रमिकों के खातों में 1000 रुपये स्थानांतरित करने का फैसला किया है।


वे जहां हैं वहीं से यह राशि निकाली जा सकेगी तथा उससे वे अपनी आवश्यक दैनिक जरूरतों की पूर्ति कर सकेंगे शिवराज सिंह चौहान ने कहा, "चिंता मत करो अगर जरूरत हो तो हम आपको और पैसे भेजेंगे  हम आपके साथ खड़े हैं।


मैं जनप्रतिनिधियों से अनुरोध करता हूं कि वे ऐसे सभी लोगों की सूची बनाएं और इसे मुख्यमंत्री कार्यालय या जिला कलेक्टर कार्यालय को भेजें जब और सूची हमारे पास भेजी जाएगी तो हम पैसे भेजेंगे " 


मुख्यमंत्री बुधवार को ऑडियो कॉन्फ्रसिंग के माध्यम से टॉस्क फोर्स के समन्वयक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत समेत सांसद, विधायक और जिलाध्यक्षों से बात कर रहे थे।


उन्होंने कहा कि वे प्रदेश के बाहर के प्रदेशों में फंसे मजदूरों के नाम, मोबाइल नंबर, बैंक खातों की सूची बनाने में प्रशासन की मदद करें जैसे ही उनकी सूची मिलेगी  उनके खातों में एक-एक हजार रुपए की सहायता राशि भिजवा देंगे।


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