गुजरात के हॉट स्पॉट शहरों से नही लाये जाएंगे श्रमिक , जो कोरण्टाईन सेंटर में है वही आ सकते है
उदयपुर,(स्वतंत्र प्रयाग) पिछले एक महीने से अपने गांव लौटने की उम्मीद लगाए बैठे कई लोगों को तो शायद राहत मिल जाएगी, लेकिन कई लोग अपने गांव जाने से महरूम हो जाएंगे राज्य सरकार के आदेश के बाद कलेक्टर आनंदी ने गुजरात में फंसे मजदूरों को लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, लेकिन उन्होंने इसमें स्पष्ट किया है कि गुजरात के हॉट-स्पॉट बने शहर अहमदाबाद, सूरत, भावनगर, बड़ौदा, राजकोट जैसे शहरों में रह रहे श्रमिकों को नहीं लाया जाएगा।
कलेक्टर आनंदी ने बताया कि बड़ी संख्या में राजस्थान के श्रमिक और कामगार गुजरात में हैं अब यहां पहली कैटेगरी में वे श्रमिक और कामगार हैं जो पिछले 15 दिन से गुजरात के विभिन्न जिलों में बने क्वेरंटाइन सेंटर में रह रहे हैं और स्वस्थ्य है इन्हें वापस राजस्थान इनके गांव लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है हर श्रमिक का पूरा रिकॉर्ड बनाया जा रहा है।
इन श्रमिकों को इनके गांव पहुंचाया जाएगा. लेकिन दूसरी कैटेगरी में ऐसे श्रमिक-कामगार भी हैं जो क्वेरंटाइन सेंटर में नहीं रह रहे थे ऐसे में राज्य सरकार से स्पष्ट निर्देश हैं कि जो श्रमिक-कामगार गुजरात को हॉट-स्पॉट घोषित शहरों में रह रहे हैं चूंकि इन शहरों में स्थानीय स्तर पर काफी संक्रमण फैल चुका है, ऐसे में वर्तमान स्थिति में इन शहरों से श्रमिकों और कामगारों को वापस नहीं लगाया जाएगा।
कामगारों सहित पूरे परिवार को किया जाएगा होम क्वेरंटाइन
कलेक्टर ने बताया कि श्रमिकों-कामगारों के पंजीकरण का कार्य चल रहा है इसके बाद तय करेंगे कि कब-कब किसको कैसे-कैसे लाना है. उदयपुर आए सभी श्रमिक-कामगारों को होम क्वेरंटाइन किया जाएगा इस बार सिर्फ बाहर से आया श्रमिक या कामगार ही नहीं, उसका पूरा परिवार 15 दिन के लिए होम क्वेरंटाइन होगा।
मतलब वह श्रमिक और उसका परिवार का कोई भी सदस्य बिना अनुमति के घर के बाहर नहीं निकल सकेगा मेडिकल टीम इनके घर जाकर जांच करेगी, इनकों सभी बातों को समझाएगी क्वेरंटाइन की पालना की निगरानी के लिए इस बार पड़ोसियों और क्षेत्रवासियों को भी जिम्मेदारी देंगे कि वे ध्यान रखें कि क्वेरंटाइन किया हुआ व्यक्ति या उसका परिवार कहीं बाहर न निकले।
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