कोरोना से जंग जारी है बचने और बचने में ही समझदारी है :केशव प्रसाद मौर्य
लखनऊः ( स्वतंत्र प्रयाग),उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने पलायन कर रहे भाइयों ,बहनों से अपील की है कि वह ध्यान रखें कि जहां पर हैं ,वहीं पर रहें, क्योंकि कोई भी दिल्ली से या अन्य स्थान से सीधे अपने घर नहीं पहुंचेगा ।उसे 14 दिन सरकारी कैंप में ही रहना पड़ेगा।
लोग अफवाहों पर बिल्कुल ध्यान न दें।उन्होंने कहा है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई जीवन और मृत्यु के बीच की लड़ाई है।इस लड़ाई को हमें जीतना है। इसलिए हमें कठोर कदम उठाने हैं और धैर्य व संयम बनाये रखना बहुत जरूरी है ।
श्री मौर्य कहा है कि कोरोना वायरस ने दुनिया को कैद कर दिया है यह ज्ञान ,विज्ञान, गरीब संपन्न, कमजोर ,ताकतवर, हर किसी को चुनौती दे रहा है यह न तो राष्ट्र की सीमाओं में बंधा है, न हीं यह कोई क्षेत्र देखता है और न,ही कोई मौसम ।इसलिए हम सबको सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर ही हर हाल में रहना है और जरूरी भी है की बीमारी व उसके प्रकोप से शुरुआत मे ही निपटना चाहिए, बाद में रोग असाध्य हो जाते हैं ।
उन्होने कहा है कि कोरोना वायरस के विरुद्ध महायुद्ध में लाक डाउन रूपी की लक्ष्मण रेखा को कतई नहीं लांघना है ,घर पर रहकर ही स्वयं व परिवार को सुरक्षित बचाना है।
श्री मौर्य ने अपनी अपील में कहा है कि "करोना से जंग जारी है, बचने और बचाने में ही समझदारी है। चन्द दिनों की कसौटी में खरा उतरना हम सबकी जिम्मेदारी है"।
कोरोना से निपटने हेतु सरकार द्वारा किए गये प्रबन्धो का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा है कि इस संबंध में सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है और अधिकारियों व कर्मचारियों की टीमें भी पूरी मुस्तैदी से लगी हुई है ।उन्होंने आम जनमानस से भीअपील की है कि वह सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों में सहयोग प्रदान करें ।उन्होंने कहा कि खाद्यान्न का वितरण किया जा रहा है। दूध वितरित किया जा रहा है। पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
सी एम हेल्पलाइन से प्रधानों व पार्षदों से संपर्क किया जा रहा है आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति व बुनियादी सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है ।मुनाफाखोरी/ जमाखोरी पर अंकुश लगाने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं ।दवाओं की आपूर्ति की भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है ।
उन्होने बताया कि कोविड-19 महामारी के दृष्टिगत लाक डाउन के दौरान अन्य राज्यों में कार्य करने वाले प्रदेश के निवासी मूल जनपदों को जो पहुंच रहे हैं , महामारी फैलने से रोकने हेतु इन लोगों को जनसामान्य से अलग रखने के निर्देश दिए गए हैं।
और इन व्यक्तियों को सीधे उनके घर ले जाने के बजाय धर्मशाला ,हॉस्टलों आदि में क्वारेंटाइन करने की व्यवस्था की जा रही है, वहीं पर उनके खानपान की भी व्यवस्था की जा रही है। विभिन्न राज्यों में उत्तर प्रदेश के रह रहे लोगों के बारे में नोडल अधिकारी बनाए गए हैं और उन नोडल अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वह लाक डाउन अवधि मे उन्हे वहां पर रहने के लिए तैयार करें तथा उस राज्य के प्रशासन से समन्वय कर उनके रहने ,खाने आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करायेगे।
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