ज्योतिरादित्य ने प्रधानमंत्री मोदी से किया दूसरी बार मुलाकात, भाजपा में आज हो सकते है शामिल


नई दिल्ली,(स्वतंत्र प्रयाग) कांग्रेस के बागी नेता ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने दो दिन के अंदर लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात की है। मंगलवार को ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने गृहमंत्री अमित शाह के साथ पीएम मोदी के आवास पहुंचे हैं। तीनों नेताओं के बीच बातचीत जारी है। माना जा रहा है कि जल्‍द ही ज्‍योतिरादित्‍य इस्‍तीफा दे देंगे और आज शाम को मध्‍य प्रदेश में बीजेपी विधायकों की बैठक में ज्‍योतिरादित्‍य बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।


मध्य प्रदेश में विपक्षी बीजेपी ने आज होली के दिन ही विधायक दल की महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है। बैठक मंगलवार शाम छह बजे बुलाई गई बैठक में बीजेपी ने अपने सभी 107 विधायकों को इसमें शामिल होने के लिए कहा है। माना जा रहा है कि कांग्रेस से इस्‍तीफे के बाद इस बैठक में ज्‍योतिरादित्‍य के बीजेपी में शामिल होने का ऐलान किया जा सकता है।


इस बीच मध्‍य प्रदेश में भी वरिष्‍ठ नेताओं शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा की अहम बैठक चल रही है। सूत्रों के मुताबिक विधायक दल की बैठक में ही ज्‍योतिरादित्‍य की राज्‍यसभा की उम्‍मीदवारी का ऐलान हो सकता है। ज्‍योतिरादित्‍य बुधवार को बीजेपी के टिकट पर राज्‍यसभा सीट के लिए पर्चा दाखिल कर सकते हैं। इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बार फिर पीएम मोदी से मिलने पहुंचे हैं। बैठक में अमित शाह भी मौजूद हैं। जानकारी के मुताबिक सिंधिया होटल से सिंधिया शाह के घर पहुंचे। इसके बाद दोनों पीएम मोदी से मिलने के लिए पहुंच गए। 


बीजेपी में ज्योतिरादित्य की भूमिका तय 


मध्‍य सरकार और बीजेपी में ज्योतिरादित्य की और उनके समर्थक विधायकों की क्या भूमिका होगी, यह तय कर लिया गया है। सूत्रों ने बताया है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को पार्टी में शामिल भी किया जा सकता है। बीजेपी इस बात को लेकर आश्वस्त है कि अगले दो-तीन दोनों में कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ जाएगी।


माना जा रहा है कि कांग्रेस के बागी विधायक विधानसभा अध्यक्ष को अपने इस्तीफे भेज सकते हैं। ऐसे विधायकों की संख्या 20 हो सकती है। यानी अगर ऐसा होता है तो कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ जाएगी और इसके बाद शिवराज सिंह चौहान सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं।


माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को राज्यसभा भेजे जाने के साथ ही उनके कुछ समर्थक विधायकों को मंत्री पद भी दिया जा सकता है। मध्य प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें हैं। कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं, जबकि सरकार बनाने का जादुई आंकड़ा 115 है। कांग्रेस को चार निर्दलीय, दो बहुजन समाज पार्टी और एक समाजवादी पार्टी के विधायक का समर्थन हासिल है। इस तरह कांग्रेस के पास कुल 121 विधायकों का समर्थन है। वहीं बीजेपी के पास 107 विधायक हैं।


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