रेलवे स्टेशनों पर अब संस्कृत में लिखा जाएगा नाम लेकिन नही हटेगी उर्दू
नई दिल्ली,(स्वतंत्र प्रयाग) रेलवे ने नए तरह के प्रयोग के लिए स्टेशन पर संस्कृत मे भी नाम और स्लिगन लिखवाने की बात को स्वीकार कर लिया है, लेकिन रेलवे स्टेशनों के साइन बोर्ड से उर्दू भाषा को नहीं हटाया जाएगा इसके साथ ही रेलवे ने स्पष्ट करते हुए कहा कि एक अतिरिक्त भाषा के तौर पर स्टेशनों के नाम संस्कृत में अंकित किए जाएंगे।
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न समाचार पत्रों में उत्तराखंड में रेलवे स्टेशनों के साइन-बोर्ड से उर्दू भाषा को हटाने संबंध में प्रकाशित समाचार के संंबंध में यह स्पष्ट किया जाता है कि भारतीय रेलवे ने किसी भी स्टेशन से न तो उर्दू भाषा को हटाया है और न ही ऐसा करने का कोई इरादा है।
वहीं दीपक कुमार ने कहा कि संस्कृत भाषा को रेलवे स्टेशनों पर लगे साइन-बोर्ड पर एक अतिरिक्त भाषा के रूप में लिखा जा सकता है किंतु इसे उर्दू भाषा को हटाकर नहीं लिखा जायेगा उन्होंने कहा कि यह निर्देश बोर्ड, साइन-बोर्ड, नामपटटों और दिशा सूचकों पर भाषाओं के प्रयोग संबंधी रेलवे बोर्ड के परिपत्र तथा गृह मंत्रालय के ज्ञापन के अनुरूप है।
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