ठंड के पुख्ता इंतजाम न होने से गोवंशों की मौत मरने के बाद अंतिम संस्कार की देखती राह
जालौन,(स्वतंत्र प्रयाग):जालौन एक ऐसा स्थान यहाँ गौबंशो को मरने के बाद भी उन्हें नही दफ़नाया जाता है। अब तो मृत शरीर को भी डर है कि कहीं अन्य गौ वंशों की तरह ना हो हमारा हाल।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही सोशल मीडिया पर नाबालिग के द्वारा घसीटते हुए गौ वंशों का वीडियो हुआ था वायरल।
हालांकि सरकार अपनी ओर से पुरजोर कोशिश कर रही है कि ठंड, भूख प्यास और इलाज के अभाव में गौशालाओं में गौ वंशों की मौत नहीं होनी चाहिए
और यदि होती है तो जिम्मेदार पर कार्रवाई तय है।
लेकिन कुछ गौशालाओं में गौ वंशों की सुरक्षा, रख-रखाव में अनदेखी और संबंधित जिम्मेदार अधिकारी की मौन स्वीकृति की बजह से नहीं थम रहा है गौ वंशों की मौत का सिलसिला।
ताज़ा मामला जनपद के र्चुखी थाना क्षेत्र की गौशाला का सामने आया है जहां पिछले 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी नहीं हो सका है गौ वंशों का अंतिम संस्कार।
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