मोबाइल ऐप से नोट पहचान सकेंगे दृष्टिबाधित


मुंबई (स्वतंत्र प्रयाग)- रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 'मनी' नाम से एक मोबाइल ऐप जारी किया है जिसकी मदद से दृष्टिबाधित लोग भी करेंसी नोट का मूल्य जान सकेंगे। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांता दास ने बुधवार को 'मोबाइल एडेड नोट आइडेंटिफायर' (मनी) ऐप जारी किया। केंद्रीय बैंक ने बताया कि मनी ऐप महात्मा गाँधी सीरीज और महात्मा गाँधी (न्यू) सीरीज के बैंक नोटों की पहचान करने में सक्षम है।


ऐप बैंक के अगले या पिछले भाग या किसी हिस्से की पहचान करने में भी यह ऐप सक्षम है। साथ ही यह एक बार मोड़कर रखे नोटों की भी पहचान कर सकता है। यह विभिन्न कोणों से और विभिन्न रौशनी तीव्रता में भी नोटों की पहचान कर सकेगा। 


नोट की पहचान के बाद ऐप आवाज के माध्यम से हिंदी और अंग्रेजी में नोट का मूल्य बतायेगा। आरबीआई ने स्पष्ट किया कि यह ऐप विशेषताओं के आधार पर नोट के मूल्य की पहचान करेगा, लेकिन असली और नकली नोट में फर्क नहीं करेगा। एंड्रॉयड और एप्पल दोनों के लिए यह ऐप तैयार किया गया है।


इसे प्लेस्टोर और आईओएस ऐप स्टोर से नि:शुल्क डाउनलोड किया जा सकता है। एक बार इंस्टाल करने के बाद ऐप के इस्तेमाल के लिए इंटरनेट कनेक्शन की जरूरत नहीं होगी।


केंद्रीय बैंक ने कहा कि आरबीआई ने महात्मा गाँधी सीरीज और महात्मा गाँधी (न्यू) सीरीज के बैंक नोटों में कई ऐसी विशेषताओं का समावेश किया है जिनसे दृष्टिबाधित व्यक़्ति नोटों के मूल्य के बारे में पता कर सकता है। इनमें उभरी हुई छपाई, छूकर महसूस किये जा सकने वाले चिह्न, नोटों के आकार में अंतर आदि शामिल हैं।


अब प्रौद्योगिकी के विकास के साथ दृष्टिबाधितों के लिए इनकी पहचान और आसान करने का समय आ गया है ताकि रोजमर्रा के उनके काम आसान हो सकें।


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