बात पंचायतों की' कार्यक्रम में हुई  मीडिया परिचर्चा


 
जालौन,(स्वतंत्र प्रयाग) ग्राम पंचायत सशक्तिकरण संस्थान द्वारा चलाये जा रहे 'पंचायत सशक्तिकरण अभियान' के कार्यक्रम' *बात पंचायतों की*' में आज पत्रकारों से पंचायतों के सशक्तिकरण पर चर्चा की गई।ग्रामों की समस्यायों और सम्भावनायों पर प्रिंट तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकारों ने अपने- अपने सुझाव रखे।


जागरूकता का अभाव पंचायतों के विकास में बाधक - राकेश द्विवेदी


  वरिष्ठ पत्रकार राकेश द्विवेदी ने कहा कि ग्रामीणों में जागरूकता का अभाव भी ग्रामों के विकास तथा योजनायों के क्रियान्वयन में बाधक है। कहा कि ग्राम का व्यक्ति सरल होता है ,उसे अत्यधिक कागजी प्रक्रिया से बचा कर प्रक्रिया को कम और सरल किया जाए।


मनोज शर्मा ने ग्राम में विपक्ष की मजबूती पर बल देते हुए कहा कि जब विपक्ष मजबूत होगा तो जबाबदेही तय होगी ।उन्होंने लोक सभा ,विधान सभा की तरह पंचायतों के अधिकारों को बढ़ाने की बात कही।


सुधीर त्रिपाठी ने सुझाव दिया कि कार्यों और आर्थिक गतिविधियों के लिए ग्राम स्तरीय मॉनिटरिंग कमेटी हो तथा शिक्षित और जागरूक व्यक्ति को पंचायत का नेतृत्व मिले जो विकास की गति बढ़ेगी।वरिष्ठ पत्रकार अनिल शर्मा ने सुझाव दिया कि ग्राम विकास के लिए वहां के लोगों की सोच बदलना बहुत जरूरी है ।


,बिना जन सहभगिता के विकास की परिकल्पना नही की जा सकती ।संजय गुप्ता ने कहा कि ग्राम सभा की बैठकें नियमानुसार हो तो लोगों की जानकारी बढ़ेगी और वह कार्यों से जुड़ेंगे ।इस कार्यक्रम में पत्रकार सुरेश खरकया ,हेमन्त दाऊ, धनंजय त्रिवेदी ,आसिफ खान बबलू,सुनील कुशवाहा, महावीर सविता,विनय गुप्ता,रंजीत सिंह,मानवेन्द्र,नसीम सिद्दीकी,रामजीवन,विकास गुप्ता, जगत दायूं, सुधीर राणा,संजीव सिपौलया आदि ने भी अपने सुझाव रखे।



कार्यक्रम का संचालन अभियान के अध्यक्ष अमित इतिहास तथा महासचिव सारिका तिवारी आनंद ने किया ,पंचायती राज के राज्य प्रशिक्षक सुल्तान मेहन्दी ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की ,समन्वयक आराधना चौहान ,उपाध्यक्ष सुनीता राज ,सुधा प्रजापति आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे ।


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