यूपी में ठंड और कोहरे ने धीमी की ट्रेनों की रफ्तार, यात्रियों को हो रही असुविधा


प्रयागराज(स्वतंत्र प्रयाग) लखनऊ ठंड का मौसम आते ही ट्रेन की रफ्तार धीमी होने लगती है। ऐसे में दिल्ली-भोपाल, जयपुर-आगरा, कोटा-आगरा रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों की रफ्तार इन दिनों धीमी पद गई है। जिसकी वजह से यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।आपको बता दें रविवार को अलग-अलग रूट की 16 ट्रेनें देरी से आगरा आईं। ट्रेनों के लेट होने की वजह से रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को इस कड़ाके की ठंड में काफी इंतजार करना पड़ा।


भोपाल-दिल्ली रूट पर चलने वाली महाकौशल एक्सप्रेस 3.30 घंटे, झेलम एक्सप्रेस 50 मिनट, तिरुकुरल एक्सप्रेस 1:20 घंटे, उत्कल एक्सप्रेस 40 मिनट, हीराकुंड एक्सप्रेस 30 मिनट, अमृतसर एक्सप्रेस 20 मिनट देरी से अपने गंतव्य पर पहुंची।


दिल्ली से ग्वालियर ट्रैक पर उत्कल एक्सप्रेस 1:30 घंटा, पातालकोट एक्सप्रेस 40 मिनट, महाकौशल एक्सप्रेस 45 मिनट, श्रीधाम एक्सप्रेस 20 मिनट, सचखंड एक्सप्रेस 20 मिनट देरी से आगरा कैंट स्टेशन पर पहुंची। जयपुर-आगरा के बीच संचालित गुवाहाटी बीकानेर एक्सप्रेस आगरा फोर्ट स्टेशन पर 1:30 घंटा देरी से पहुंची, वहीं हावड़ा जयपुर एक घंटे और सियालदाह एक्सप्रेस 45 मिनट देरी से आई।


जानकारी के मुताबिक दिसंबर में लंबी दूरी की ट्रेनों में वेटिंग और नो रूम की स्थिति है। कानपुर के गोविंदपुरी-भीमसेन रेल खंड पर इंटरलॉकिंग के कार्य के कारण आगरा कैंट-लखनऊ इंटरसिटी समेत इस रूट की 75 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।


वहीं कानपुर-लखनऊ के मध्य 10 पैसेंजर  ट्रेनों को भी कोहरे की वजह से निरस्त कर दिया गया है। ऐसे में यात्रियों का इस माह ट्रेनों का सफर मुश्किल भरा हो गया है। तमिलनाडु एक्सप्रेस में 10 से 15 दिसंबर तक स्लीपर में वेटिंग 102 तक है, वहीं थर्ड एसी में रिग्रेट की स्थिति है। सचखंड एक्सप्रेस (अमृतसर-नांदेड़) में 13 जनवरी तक स्लीपर में जगह ही नहीं है। स्लीपर में वेटिंग 100 से कहीं ज्यादा है


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