सीएए कानून को लेकर सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों ने खोला मोर्चा, राष्ट्रपति कोविंद से की मुलाकात
नई दिल्ली (स्वतंत्र प्रयाग): नागरिकता संशोधन एक्ट के विरोध में दिल्ली, अलीगढ़, असम और त्रिपुरा में हुए हिंसक प्रदर्शनों के बाद विपक्ष ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आज विपक्षी दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि नॉर्थ-ईस्ट के राज्यों और दिल्ली में हालात तनावपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि हमने राष्ट्रपति से मामले में दखल देने को कहा है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस जामिया यूनिवर्सिटी में छात्राओं के हॉस्टल में घुसी, प्रदर्शन करना लोकतांत्रिक हक है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जनता की आवाज दबा रही है।
सोनिया गांधी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल, गुलाम नबी आजाद, सपा नेता रामगोपाल यादव, सीताराम येचुरी और डी राजा ने भी राष्ट्रपति से मुलाकात की। सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि लोगों के मन में नागरिकता कानून को लेकर डर का माहौल है। राष्ट्रपति सरकार को कानून वापस लेने को कहें। वहीं सीताराम येचुरी ने कहा कि मोदी सरकार संविधान का उल्लंघन कर रही है।
उधर, जामिया नगर इलाके में हुए बवाल की आग अभी शांत भी नहीं हुई थी कि तीसरे दिन मंगलवार की दोपहर में उत्तर पूर्वी दिल्ली जिले में हिंसा फैल गई। हिंसा की शुरुआत जाफराबाद और सीलमपुर इलाके से करीब दो बजे के आसपास हुई। देखते-देखते हिंसा और आगजनी वेलकम, शास्त्री पार्क इलाकों में फैल गई
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