पुलिस का सड़क पर इंसाफ हैदराबाद गैंगरेप, उसी जगह पर चारों आरोपियों का एनकाउंटर
तेलंगाना(स्वतंत्र प्रयाग) हैदराबाद में जिस हाइवे एनएच 44 पर 27 तेलंगाना की रात लेडी डॉक्टर का गैंगरेप हुआ, उसी हाइवे पर तेलंगाना पुलिस ने चारों आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया है।हैदराबाद पुलिस चारों आरोपियों को मौके पर इसलिए लेकर गई थी जिससे घटना का रिक्रिएशन किया जा सका यह घटना आज सुबह की
उससे पहले हैदराबाद में महिला डॉक्टर से हैवानियत के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन हो रहे थे। सड़कों पर उतरकर लोग महिला सुरक्षा पर सवाल कर रहे थे। पुलिस की जांच में कई खुलासे हुए थे और आरोपियों का वीडियो और पूरी कुंडली सामने आ गई थी। उधर आरोपियों को हैदराबाद की केरलाकुल्ली जेल में बंद किया गया था।
हैदराबाद में जब पुलिस आरोपियों को लेकर थाने पहुंची तो उसकी भनक लोगों को लग गई थी।इसके बाद कुछ ही देर में सैकड़ों लोगों ने थाना घेर लिया था। इसके बाद पुलिस ने उस थाने की सुरक्षा बढ़ा दी थी और बाद में उन्हें हैदराबाद की जेल में ले जाया गया था। चारों आरोपियों को केरलाकुल्ली सेंट्रल जेल के अलग-अलग बैरक में रखा गया था। बताया जा रहा है कि उन्हें अलग इसलिए रखा गया है ताकि वे एक दूसरे को नुकसान ना पहुंचा सकें और वे कोई ऐसा कदम न उठाएं जिससे जांच प्रभावित हो
इससे पहले पुलिस ने वारदात की जांच में कई खुलासे किए थे। इस खुलासे के बाद आरोपियों का वीडियो और पूरी कुंडली सामने आ गई थी। चारों आरोपी बचपन के दोस्त थे। आरोपी मोहम्मद आरिफ ट्रक ड्राइवर था, बाकी तीनों क्लीनर थे।
पुलिस के मुताबिक 27 नवंबर की रात को महिला डॉक्टर को ट्रक ड्राइवर और उसके साथियों ने अगवा किया। आरोपी पीड़िता को सुनसान जगह पर ले गए और उसे जबरन शराब पिलाई और गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था।
एक आरोपी ने मुंह और नाक दबाकर पीड़िता की जान ली। इसके बाद वहां से 27 किलोमीटर दूर ले जाकर पेट्रोल डालकर उसका शव जला दिया। शव के पास ही पीड़िता का फोन, घड़ी सब छिपा दिया था
पुलिस की रिमांड कॉपी के अनुसार, 27 नवंबर की रात 10 बजे से सुबह 4 बजे तक पूरी वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस की गिरफ्त में आए चारों आरोपियों को 14 दिन की रिमांड पर भेजा गया था।
हैदराबाद गैंगरेप की इसी घटना का रिक्रिएशन करने के लिए पुलिस चारों आरोपियों को मौके पर लेकर गई थी। पुलिस के अनुसार, वहां से चारों आरोपियों ने भागने की कोशिश की, इसलिए चारों का एनकाउंटर कर दिया गया। और देश में पुलिस सड़क पर इंसाफ करनें लगी ,कहीं ये घटना पूरे देश में नज़ीर ना बनने लगे पुलिस आरोपी को पैरों में भी गोली क्यो नही मारा
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