प्रयागराज में कड़ाके की ठंड से बार-बार गरीबों की हो रही है मौत , तहसील प्रशासन बेखबर


बारा तहसील से चंद दूरी पर ठंड लगने से गरीब महिला की मृत्यु  , उपजिलाधिकारी बारा का बेतुका बयान कहा घर घर थोड़ी जाएंगे अलाव जलाने कम्बल बांटने



प्रयागराज (स्वतंत्र प्रयाग)बारा तहसील ग्रामसभा छीडी मजरा गोंदलापुर के प्रमिला देवी पत्नी राजेन्द्र कुमार भारतीय उम्र 30 वर्ष जिनकी ठंड के कारण आज मृत्यु हो गयी । जिनके 5 बच्चे हैं शीलू, नीलू, साजन, गिल्लू और पांचवा बच्चा अभी 1 हफ्ते पहले हुआ है, गरीबी की जिल्लत झेल रहे इन विचारों का कोई सहारा नहीं है प्रशासन कभी इन पर ध्यान नहीं देता,जबकि यह मजरा तहसील के निकट ही है। गांव सभा में न तो कभी अलाव जलवाया गया और न ही गरीबों को कम्बल का वितरण भी नही किया गया । तहसील प्रशासन व हलका लेखपाल व प्रधान के द्वारा यदि समय रहते ऐसीं  छोटी छोटी समस्याओं पर ध्यान दिया गया होता ,तो शायद यह विचारे गरीब अपनी जान बचा सके।



     उपजिलाधिकारी इंद्रभान तिवारी


वही इसी बात को लेकर फोन पर एसडीएम बारा तिवारी जी से बात की गयी तो उनका कहना था कि मै या मेरे लेखपाल व प्रशासन घर घर जरूरत मंद गरीबों को कम्बल या अलाव की व्यवस्था नही कर सकतें । वही पर उनका कहना था कि पूरे तहसील मे 18 जगह पर अलाव की व्यवस्था की गयी है और समय समय पर उसकी निगरानी भी की जा रही है । जबकि गांव व क्षेत्र के लोगों का कहना था कि तहसील प्रशासन के द्वारा ऐसी समस्याओं के निदान की व्यवस्थाएं समय रहतें कभी भी नही हो पाती जिसका खामियाजा हम गरीब जनता को अपनी जान को गवांकर ही देना पडता है यह हमेशा से ही चलता चला आ रहा है ।


वही पर लोगों का यह भी कहना था ,कि कम्बल की व्यवस्था हो या और कोई भी सरकारी सुविधाएं हो तसहील प्रशासन ने हमेशा से सक्षम लोगो के ईर्दगिर्द ही उस योजना को घूमती रहतीं है । गरीबों के पास आतें आते कभी कभी इतनी देर हो जाती है कि जैसा आज हुआ है.गरीब को अन्तत: यही मिलता है। ,गरीब के बच्चे हमेशा इसी तरह यतीम होते रहतें है और सरकारी योजनाएं सरकारी फाइलों पर ही सिमटकर जनहित का कार्य करती रहती है। अंतत


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