नागरिकता संशोधन कानून भेदभाव व दुर्भावना पूर्ण ,इसे तुरन्त वापस लेना चाहिए-:अशोक सिंह

 



प्रयागराज (स्वतंत्र प्रयाग) लखनऊ नागरिकता कानून को लेकर उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लोगों का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। इसी बीच प्रयागराज के इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकीलों ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्र/छात्रों के ऊपर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज और उन्हें बेइज्जत किए जाने से इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकीलों ने हाईकोर्ट चौराहे से सुभाष चौराहे सिविल लाइंस तक जुलुस निकालकर छात्रों के आन्दोलन को खुला समर्थन दिया ।




वहीं पर केन्द्र सरकार से मांग की है कि सीएए को तत्काल वापस ले।वहीं पर विरोध जुलुस में शामिल वकीलों का कहना था कि देश के एकता अखंडता को तोड़ने वाले इस काले कानून के खिलाफ शांन्ति पूर्ण अपनी आवाज बुलंद कर रहीं छात्रों को जिस तरह से पीटा गया, वो घोर निंदनीय है ।


वहीं पर वकीलों ने सवाल खड़ा किया कि क्या आम आदमियों को इस सरकार में बोलने का अधिकार नहीं है। साथ-ही-साथ वकीलों ने चेतावनी दी है कि यदि केन्द्र सरकार इस काले कानून को वापस नहीं लेगी तो वकील एकजुट होकर पूरे देश में आन्दोलन करने को बाध्य होंगे।




इस पूरे आंदोलन की अगुवाई कर रहे बार एसोसिएशन के पूर्व महासचिव एडवोकेट अशोक कुमार सिंह (हाईकोर्ट) का कहना था कि इस देश में हिन्दु मुस्लिम सिक्ख ईसाई हम-सब भाई-भाई हैं, हिन्दुस्तान हमारा है हिन्दुस्तान में भेदभाव नहीं किया जा सकता। नागरिकता संश़ोधन कानून भेदभाव दुर्भावना पूर्ण है इसे तुरन्त वापस लेना चाहिए।


 


 


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