नागरिकता संशोधन बिल-2019 पास होना ,भारत व भारतीय संविधान का अपमान :-पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव
लखनऊ (स्वतंत्र प्रयाग) लखनऊ लोकसभा में सोमवार को केन्द्र सरकार ने नागरिकता संशोधन बिल-2019 पास करा लिया है। लेकिन सरकार के लिए सीएबी और एनआरसी को दोनों सदनों में पास करा पाना आसान नहीं है। देश भर में सीएबी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। विरोध करने वालों में पूर्वोत्तर के राज्य, विपक्षी दल और तमाम सामाजिक संगठन शामिल हैं।
मैंने पहले ही कहा था….इनकी राजनीति समाज को बांटने की है
सामाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आज इस बिल पर सवाल उठाए हैं। अखिलेश यादव ने सरकार को कई मुद्दों पर घेरते हुए बांटने की राजनीति करने का आरोप लगाया है। पूर्व मुख्यमंत्री ने आज अपने ट्वीटर हेन्डल से ट्वीट कर कहा कि -
ना किसान की आय दुगनी हुई
ना गंगा साफ़ हुई
ना अर्थव्यवस्था में सुधार लाए
ना काला धन वापस लाए
ना नौकरियाँ लाए
ना बेटियों को बचा पाए
ना विकास कर पाए
बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह ने आज दोपहर लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक-2019 पेश किया। सदन में इस बिल के विरोध में जहां 88 वोट पड़े, वहीं समर्थन में 293 वोट पड़े। जिसके बाद लोकसभा में यह बिल पास हो गया। अब इसे राज्य सभा भेजा जाएगा। जहां से पास होने के बाद इसे राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा। राष्ट्रपति की मुहर लगते ही यह संशोधित बिल अमल में आ जाएगा
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