कम खाना चाहते हैं तो समूह में ना खाकर अकेले करें भोजन 

लंदन (स्वतंत्र प्रयाग): अगर शरीर को सुडौल बनाने के लिए कम भोजन करना चाहते हैं तो अच्छा होगा कि अकेले में खाना खाएं। एक नए शोध से पता चला है कि व्यक्ति दोस्तों और परिजनों के साथ अधिक मात्रा में भोजन कर लेता है। अमेरिकन सोसाइटी ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रीशन में प्रकाशित अध्ययन में कहा गया है कि 'सामाजिक रूप से' भोजन करते वक्त व्यक्ति अधिक खाना खाता है, जबकि अकेले में वह उससे कई गुणा कम भोजन करता है।


ब्रिटेन में बर्मिघम विश्वविद्यालय की रिसर्चर हेलेन रुडॉक ने कहा, "हमें इस बात के पुख्ता सबूत मिले हैं कि अकेल भोजन करने की तुलना में व्यक्ति परिजनों और दोस्तों के साथ बैठकर अधिक खाना खाता है।"


पिछले अध्ययनों में पाया गया है कि दूसरों के साथ खाने वालों ने अकेले भोजन करने वालों की तुलना में 48 प्रतिशत तक अधिक भोजन खाया और मोटापे से ग्रस्त महिलाओं ने सामाजिक रूप से अकेले खाने के मुकाबले 29 प्रतिशत तक अधिक भोजन किया।


अध्ययन के लिए शोधकर्ताओं ने सामुदायिक भोजन में शोध के 42 मौजूदा अध्ययनों का मूल्यांकन किया। शोधकर्ता ने पाया कि व्यक्ति दोस्तों और परिजनों के साथ अधिक मात्रा में भोजन इसलिए करता है, क्योंकि दूसरों के साथ खाना खाने से भोजन लेने की मात्रा बढ़ती है और यह आनंदमय होता है।


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