सियाचिन में आया बर्फीला तूफान,  दो जवान लापता

नई दिल्ली (स्वतंत्र प्रयाग) : सेना की एक पेट्रोलिंग पार्टी लगभग 18 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित दक्षिणी सियाचिन ग्लेशियर में शनिवार को हुए हिमस्खलन में फंस गई, जिसके बाद दो जवानों की मौत हो गई।


भारतीय सेना ने एक बयान में कहा, सेना के गश्ती दल के बाद एक हिमस्खलन बचाव दल (एआरटी) तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा और अपने सभी सदस्यों का पता लगाने और उन्हें बाहर निकालने में कामयाब रहा। बयान में कहा गया है, हिमस्खलन की चपेट में आए जवानों को बचाने के लिए तुरंत सेना के हेलीकॉप्ट्र्स को मौके पर भेजा गया।


हालांकि, मेडिकल टीम के पूरे प्रयासों के बावजूद दो जवानों को नहीं बचाया जा सका। 18 नवंबर को भी सियाचिन ग्लेशियर के उत्तरी सेक्टर में हुए हिमस्खलन में चार जवानों और दो नागरिकों की मौत हो गई थी। सियाचिन में फिर एवलांच का कह सियाचिन में इससे पहले भी कई बार ऐसे हादसों में भारतीय सेना के सैकड़ों जवान अपनी जान गंवा चुके हैं।


आंकड़ों के अनुसार, साल 1984 से लेकर अब तक हिमस्खलन की घटनाओं में सेना के 35 ऑफिसर्स समेत 1000 से अधिक जवान सियाचिन में शहीद हो चुके हैं। 2016 में ऐसे ही एक घटना में मद्रास रेजीमेंट के जवान हनुमनथप्पा समेत कुल 10 सैन्यकर्मी बर्फ में दबकर शहीद हो गए थे।


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