राष्ट्रपति ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को , वित्तीय मामलों की स्थाई संसदीय समिति का सदस्य, नामित किया
नई दिल्ली(स्वतंत्र प्रयाग) पूर्व प्रधान मंत्री डाॅ.मनमोहन सिंह को मिली वित्त मामलों की स्थाई संसदीय समिति में जगह संसद के ऊपरी सदन राज्य सभा के सभापति वेंकैया नायडू ने पूर्व प्रधानमंत्री और दिग्गज कांग्रेसी नेता डॉक्टर मनमोहन सिंह को वित्त मामलों की स्थाई संसदीय समिति के लिए नामित किया है। सिंह अपनी ही पार्टी के नेता दिग्विजय सिंह के स्थान पर यह पदभार संभालेंगे। इसी बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह को शहरी विकास मामलों की संसदीय स्थाई समिति के लिए नामित किया गया है।
राज्य सभा द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक, 'उपराष्ट्रपति और राज्य सभा के सभापति वेंकैया नायडू ने राज्य सभा सांसद मनमोहन सिंह को दिग्विजय सिंह के स्थान पर वित्तीय समिति का सदस्य नियुक्त किया है।' बुलेटिन में सभापति के हवाले से आगे कहा गया, 'राज्य सभा सांसद दिग्विजय सिंह को शहरी विकास मामलों की संसदीय समिति के सदस्य होंगे।'
सूत्रों के हवाले से जानकारी दी कि दिग्विजय सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को जगह देने के लिए वित्त मामलों की स्थाई संसदीय समिति से इस्तीफा दे दिया। उल्लेखनीय है साल 1991 से 1996 के बीच देश के वित्त मंत्री रहे सिंह इस साल जून में राज्य सभा में अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले तक सितंबर 2014 से मई 2019 तक संसदीय समिति के सदस्य रहे। इसी साल अगस्त में वह राजस्थान से एक बार फिर राज्य सभा सांसद के लिए नामित हुए। अपने पिछले कार्यकाल में समिति ने नोटबंदी और विचार-विमर्श के लिए जीएसटी जैसे मुद्दे उठाए। इस दौरान पूर्व पीएम मनमोहन सिंह महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
गौरतलब है कि विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी और पर्यावरण पर विभाग संबंधी संसद की स्थाई समिति ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में सरकार को देश में कैंसर के रोगियों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि को देखते हुए इलाज की सीमित सुविधाओं की समस्या से निपटने के लिये पूरे देश में विशिष्ट इलाज केन्द्र (ट्रीटमेंट हब) बनाने की सिफारिश की है, जिससे मरीजों को एक ही स्थान पर कैंसर के इलाज की सुविधा मिल सके और उन्हें लंबी दूरी तय कर इलाज के लिये महानगरों में न जाना पड़े।
विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी और पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन पर विभाग संबंधी संसद की स्थाई समिति के अध्यक्ष एवं कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य जयराम रमेश ने सोमवार को राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू को समिति की रिपोर्ट सौंप दी। उपराष्ट्रपति कार्यालय ने ट्विटर पर बताया कि सभापति को समिति की 235वीं रिपोर्ट सौंपी गयी। ''परमाणु ऊर्जा विभाग की विस्तारित भूमिका'' विषय पर आधारित इस रिपोर्ट में भारत में कैंसर के इलाज की सुविधाओं का दायरा बढ़ाने की विस्तृत सिफारिश की गई हैं।
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें