कवि सम्मेलन से मिलती है समाज को नई चेतना,
पट्टी (स्वतंत्र प्रयाग)प्रतापगढ़ में दहेज विरोधी आन्दोलन के तत्वावधान में आयोजित कवि सम्मेलन में अभ्युदय फाउन्डेशन प्रतापगढ़ द्वारा आयोजित किया गया।कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रधानाचार्य भगवान दास मिश्र ने किया
प्रयागराज के कौंधियारा विकास खण्ड के युवा कवि सन्तोष शुक्ल (समर्थ) जी को अवध गौरव सम्मान से नवाजा गया | सम्मेलन में समर्थ जी ने अपनी कविताओं से समां बांध दी
कभी फिर से मिलेंगे ये बहाने छोड़ आये हैं |
महज दो-चार पल में हम जमाने छोड़ आये हैं |
चलेआये बहुत सा प्यार पा के हम भी घर लेकिन,
कई होंठों पे गीतों के तराने छोड़ आये हैं | ........
इस समय को आलिंगन कर मोहब्बत ने ऐसी लकीर खींच दी कि ये संध्या दिलों में नजीर बनकर उतर गई। मंच से लरजते शब्दों को न कद्रदानों की कमी थी और न तारीफ में गड़गड़ाती तालियों की। बांवरे हुए हाथों ने थकान से बगावत कर दी थी। अभ्युदय फाउंडेशन की शाम का तहे दिल से यूं एहतराम किया कि तारीख बदली, दिन गुजरा, तालियों की गूंज मानों उसी मंच के ईदगिर्द ठहर गई हो।
-----सन्तोष शुक्ल 'समर्थ
पट्टी बाजार में स्थित राम राज इण्टर कालेज में दहेज विरोधी आन्दोलन के तत्वावधान में आयोजित कवि सम्मेलन में मिले प्यार दुलार और सम्मान के लिए मै आयोजक डॉ लाल सिंह, विद्यालय परिवार और अतिथियों का हृदय से आभारी हूँ | सुविख्यात ओज कवि बड़े भाई अंजनी अमोघ का विशेष आभार जिन्होंने इस पवित्र आन्दोलन से हमें जोड़ा | मुझे "अवध गौरव" सम्मान देने वाली साहित्यिक संस्था अभ्युदय फाउन्डेशन लालगंज प्रतापगढ़ को भी बहुत बहुत धन्यवाद | जयराम पाण्डेय राही के संचालन में गजेंद्र सिंह विकट, प्रेम कुमार प्रेम, आशुतोष आशू, सपना मिश्रा सहित अन्य वरिष्ठ और नवांकुर कवियों के साथ साझा किया हुआ यह मंच निश्चित ही यादगार रहेगा |
दहेज विरोधी आन्दोलन के संस्थापक डॉ. लाल सिंह, ओज कवि अंजनी अमोघ, गजलकार डॉ गजेन्द्र सिंह विकट,जयराम पाण्डेय राही , कवि आशुतोष आशू आदि ने संयुक्त रूप से युवा कवि को सम्मानित किया |सन्तोष शुक्ल (समर्थ) जी के प्रतापगढ़ में सम्मानित होने पर क्षेत्रीय साहित्यकारों ने हर्ष व्यक्त किया है |
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