हिमाचल में बारिश और बर्फबारी से जनजीवन अस्त-व्यस्त, कई जिलों में स्कूल-कालेज बंद 

किन्नौर (स्वतंत्र प्रयाग) : हिमाचल प्रदेश में मौसम ने पूरी तरह करवट बदल ली है। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर में मंगलवार रात से हो रही बारिश और बर्फबारी के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इसके अलावा लाहुल व कुल्लू की पहाड़ियों में रुक रुक कर बर्फ़बारी का दौर जारी है।


जिला कांगड़ा में धौलाधार की पहाडि़यों पर भी बर्फबारी हो रही है, जिससे समूची घाटी ठंड की चपेट में है।
बदस्तूर जारी इस बर्फबारी के चलते कई इलाकों के स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं। देर रात से शुरू हुई बर्फबारी अभी भी जारी है।


किन्नौर के निचार, कल्पा, पूह ब्लॉक में जिला प्रशासन ने दो दिनों के लिए स्कूलों की छुटियां घोषित कर दी हैं मौसम को देखते हुए इसे बढ़ाया भी जा सकता है। उधर, भारी बर्फबारी के चलते कई इलाकों में बिजली और टेलीफोन सेवा ठप है जिससे दूरदराज के इलाकों में लोगों से संपर्क करना मुश्किल हो रहा है।


किन्नौर में बीती रात से हल्की बारिश हो रही थी जिसके चलते पूरा इलाका ठंड की चपेट में आ गया। लेकिन आधी रात के बाद से मौसम का मिजाज बिल्कुल खराब हो गया और बर्फबारी शुरू हो गई। पूरा इलाका बर्फ की सफेद चादर से ढंक गया है।बता दें कि किन्नौर की पहाड़ियों पर महीनेभर से बर्फबारी हो रही थी और निचले इलाकों में सिर्फ बर्फबारी हो रही थी।


लेकिन अब निचले इलाकों में भी बर्फबारी के चलते पूरा जिला शीतलहर की चपेट में आ गया है। सारे जलश्रोत जम गए हैं और पैदल मार्ग भी बर्फबारी के चलते बंद हो चुके हैं।कई इलाकों में फोन बिजली और टेलीफोन सेवा ठप है जिसके चलते दूरदराज के इलाकों में लोगों से संपर्क करना मुश्किल हो रहा है। जानकारी के मुताबिक, चितकुल, सांगला, नाको, हांगो, चाको, चुलिंग, कल्पा जैसे इलाकों में चार फीट तक बर्फ जमी हुई है।


रिकांगपिओ व अन्य निचले क्षेत्रो में भी एक से डेढ़ फीट बर्फबारी हुई है। जिसके चलते परिवहन निगम की बसों के सभी रूट फिलहाल बंद हैं। फिलहाल प्रशासन की तरफ से कोई जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं मिली है।


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