हैरिटेज और कला क्षेत्र के मुद्दों को सरकार नीति में शामिल करे: गजसिंह
बीकानेर (स्वतंत्र प्रयाग): भारतीय कला एवं सांस्कृतिक निधि (इनटैक) के राजस्थान संयोजक मारवाड़-जोधपुर के पूर्व नरेश गजसिंह ने सोमवार को कहा कि राज्य में पुरामहत्व की हवेलियों, स्मारकों के साथ-साथ प्राकृतिक, कला-संगीत की विरासत के संरक्षण जैसे मुद्दों को सरकार नीति में शामिल करे।
सिंह ने आज यहां पत्रकारों से कहा कि राज्य की धरोहर और क्राफ्ट को साथ जोड़ना होगा ताकि आने वाली पीढ़ी के समक्ष हम एक मिसाल पेश कर सकें। उन्होंने कहा कि इनटैक इस दिशा में काफी विचार-विमर्श करके कार्य कर रहा है, लेकिन हमारे पास जादू की छड़ी नहीं है, संगठन है समय-समय पर सरकारों से प्रभावी उपाय करने के लिए कहते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में प्राकृतिक विरासत के जल संरक्षण कार्यों, ओरण-गोचर, वन्यजीव और पशु-पक्षी संरक्षण के प्रभावी उपाय करने के लिए सरकार से कहेंगे। इसके अलावा जनता को जोड़कर जागरुक करने की जरुरत है
सिंह ने कहा कि धरोहर संरक्षण एवं विरासतों के प्रति लोगों को जागृत करने का प्रयास इनटैक द्वारा समय-समय पर किया जा रहा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि समय-समय पर यहां की धरोहरें बचाने के लिए सरकार से अनुरोध करते हैं।
लेकिन इस मामले में जनता का समर्थन भी जरुरी है। इसके लिए लोगों को जागरुक करना बहुत जरुरी है। उन्होंने यह भी बताया कि इनटैक के राजस्थान में 21 जिलों में चैप्टर है और जल्द ही सभी जिलों में चैप्टर खुल जाएंगे।
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