अयोध्या फैसले के बाद रामलला के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ी 

अयोध्या (स्वतंत्र प्रयाग )- उच्चतम न्यायालय के निर्णय के बाद अयोध्या में रामलला का दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या निरंतर बढ़ रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला के दर्शन के लिए दोनों पाली अर्थात सुबह - शाम श्रद्धालुओं की लम्बी कतारें लग जाती हैं।


कड़ी जांच प्रक्रिया से गुजरने के बाद भक्तों को श्रीरामजन्मभूमि में प्रवेश मिलता है और उसके बाद परिसर में विराजमान रामलला का दर्शन करने के लिये रामभक्त वहां पहुंच पाते हैं। अदालत के निर्णय से अब यहां जल्द ही भव्य राम मंदिर बन जायेगा और रामलला टेंट से निकलकर अपने महल में विराजमान होंगे।
रामलला का दर्शन कर जन्मभूमि से बाहर निकले गुडग़ांव के उपेन्द्र सिंह का कहना है कि अब अगली बार तब आयेंगे जब श्रीराम का भव्य मंदिर बन जायेगा। कोलकाता से आए जी.के. तोमर ने कहा कि फैसला आने के दिन ही तय कर दिया था कि रामलला का दर्शन करने अयोध्या चलना है ,अब यह संकल्प पूरा हो गया।


अब मंदिर बनने की प्रतीक्षा है। मुम्बई से आये कोठवाल ने कहा कि रामजन्मभूमि पर विराजमान रामलला का दर्शन करने का बड़ा मन था और भगवान राम सपने में भी आये थे, इसलिये मैं दर्शन करने आया हूँ और जल्द ही भव्य मंदिर का निर्माण हो जाएगा।
 
सूत्रों के मुताबिक मंगलवार शम कार्तिक पूर्णिमा पर रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला का चौदह हजार आठ सौ सात श्रद्धालुओं ने दर्शन किया जबकि रामलला के निर्धारित दर्शन की अवधि में प्रथम पाली में सात हजार तीन सौ तिरपन व दूसरी पाली में लगभग सात हजार चार सौ चौवन श्रद्धालु रामलला के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंचे।


उच्चतम न्यायायल के फैसले के बाद रामलला के दर्शन करने की दर्शनार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जहां पहले दिन पिछले रविवार को करीब पांच हजार से अधिक श्रद्धालु यहां पहुंचे थे ,वहीं सोमवार को दस हजार पांच सौ सात श्रद्धालुओं का आगमन हुआ। दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं ने कोलकाता, मुम्बई, चेन्नई, गोरखपुर, वाराणसी जैसे बड़े-बड़े शहरों से श्रद्धालु रामलला का दर्शन करने आ रहे हैं।


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