78 घन्टें में ही गिरी बीजेपी सरकार, देवेंद्र फडनवीस का मुुख्यमंत्री पद से इस्तीफा 

मुंबई (स्वतंत्र प्रयाग): महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने विधानसभा में शक्ति परीक्षण से एक दिन पहले ही आज अपने पद से इस्तीफा दे दिया। फडणवीस ने मंगलवार काे संवाददाता सम्मेलन में अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा की।


उनके इस घोषणा से पहले उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने अपने पद से इसतीफा दे दिया था। फडणवीस ने रविवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। उनके साथ पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।


फडणवीस ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास विधानसभा में बहुमत नहीं है इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है। सुप्रीम कोर्ट ने आज ही बुधवार को फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया था, लेकिन उन्होंने उसका इंतजार किए बगैर ही पद छोड़ दिया।



इस्तीफे का ऐलान करने से पहले देवेंद्र फडणवीस ने सूबे में अस्थिरता का शिवसेना पर ठीकरा फोड़ा। उन्होंने कहा कि हमने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और बहुमत हासिल किया था, लेकिन हमें जनता ने 105 सीटें देकर ज्यादा समर्थन दिया। लेकिन, शिवसेना ने यह देखते हुए कि उसके बगैर सरकार नहीं बन सकती है तो वह सीएम की मांग पर अड़ गई, जबकि ऐसी कोई तय नहीं हुई थी।


उन्होंने कहा कि शिवसेना ने सरकार गठन के लिए हमसे बात करने की बजाय एनसीपी से बात की। यही नहीं, शिवसेना पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि जिनके बारे में हमने सुना था कि वे मातोश्री से बाहर नहीं निकले, वे निकल-निकलकर तमाम लोगों से मिल रहे थे।



फडनवीस ने कहा कि यह जनादेश बीजेपी के लिए था क्योंकि हमारा जीत का स्ट्राइक रेट शिवसेना से ज्यादा था। शिवसेना का स्ट्राइक रेट 40 फीसदी का  और हमारा स्ट्राइक रेट 60 फीसदी से ज्यादा का था। उन्‍होंने कहा कि शिवसेना हमसे चर्चा करने की जगह एनसीपी से चर्चा कर रही थी।


जो लोग मातोश्री से बाहर नहीं जाते थे वो बाहर जाकर चर्चा करने लगे। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि कल जो फ्लोर टेस्ट होना है उससे अजित पवार ने कहा कि मैं सरकार में शामिल नहीं हो सकता हूं। हमने पहले कहा था हमारे पास नंबर नहीं था। इसलिए हमने तय किया कि मैं इस्तीफा दूंगा।


मैं यहां से निकलकर राज्यपाल के पास जाउंगा और अपना इस्तीफा सौंपूंगा।फडणवीस ने कहा कि इनका एजेंडा सत्ता में रहना है और उसके लिए इक्ट्ठा हुए हैं। हम अच्छे विपक्ष के रूप में काम करेंगे और लोगों की आवाज उठाएंगे। इतने विरोधाभास वाली सरकार कैसे चलेगी।


दो पहिए वाला स्कूटर चलता है तीन पहिए वाला ऑटो चलता है लेकिन जब दो पहिए अलग जाएंगे तो सरकार कैसे चलेगी।बता दें कि शनिवार को सभी को चौंकाते हुए देवेंद्र फडनवीस ने सीएम और अजित पवार ने डिप्टी सीएम की शपथ ली थी।


तब देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि अजित पवार ने एनसीपी विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा है और उनके पास बहुमत है। हालांकि कुछ देर बाद ही एनसीपी के मुखिया शरद पवार ने कहा कि यह अजित पवार का निजी फैसला है और पार्टी इससे सहमत नहीं है।


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