राजनाथ सिंह आज करेंगें लद्दाख में रिनचेन ब्रिज का उद्घाटन , सीमा से सटे इलाकों में भी जाएंगे
राष्ट्रीय खबरलद्दाख (स्वतंत्र प्रयाग).रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को लद्दाख में दुरबुक और दौलत बेग ओल्डी (डीबीओ) के बीच बने रिनचेन ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। इस दौरान आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत भी मौजूद रहेंगे। भारत के लिए कूटनीतिक अहमियत रखने वाला यह पुल चीन सीमा पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) से 40 किमी पहले पूर्व में स्थित है। यह पुल श्योक नदी पर 14,650 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है। सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, दौलत बेग ओल्डी दुनिया का सबसे ऊंचा एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड (एयरबेस)जो कि चीनी सीमा की दूरी कम करेगा
लद्दाख रवाना होने से पहले राजनाथ ने ट्वीट किया , “नई दिल्ली से लद्दाख रवाना हो रहा हूं। श्योक नदी के ऊपर भारत के लिए कूटनीतिक रूप से अहम ब्रिज के उद्घाटन समारोह में भी हिस्सा लूंगा।”
चीन सीमा तक पहुंचने में सैनिकों को कम समय लगेगा
इस पुल का निर्माण सीमा सड़क संगठन ने किया है। यह काराकोरम पास से बेहद नजदीक है। यहां से 8 किमी की दूरी पर एलएसी है। यह ब्रिज 1400 फीट लंबा और 13000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इसके शुरू हो जाने से 14 घंटे की यात्रा साढ़े 6 घंटे में ही पूरी होने लगेगी। यानी 7.5 घंटे कम लगेंगे। साथ ही चीन सीमा पर सैनिकों के पहुंचने में भी काफी कम समय लगेगा। जम्मू-कश्मीर की चीन के साथ लगी 1597 किमी लंबी सीमा को एलएसी के नाम से जाना जाता है।
लद्दाख के इस ब्रिज का नाम कर्नल चेवांग रिनचेनरखा गया है। चेवांग ने पाकिस्तान के खिलाफ 1948 व 1971 और चीन के खिलाफ 1962 की जंग लड़ी थी। इस जंग में अदम्य साहस और नेतृत्व क्षमता दिखाने के लिए उन्हें 2 बार महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। चेवांग ने 1948 में पाकिस्तान के खिलाफ नुब्रा घाटी की लड़ाई लड़ी थी। 1971 में उन्होंने लद्दाख में पाकिस्तान सेना के चालुनका और तुरतुक के सामरिक चौकी पर कब्जा कर लिया था
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