सबसे शक्तिशाली न्यूक्लियर मिसाइल का परीक्षण करेगा भारत, सबमरीन से की जा सकेगी लॉन्च
नई दिल्ली (स्वतंत्र प्रयाग): दुश्मन के दांत खट्टे करने के लिए भारत ने जबरदस्त तैयारी कर ली है। भारत इसी हफ्ते सबसे शक्तिशाली परमाणु प्रतिरोधक मिसाइल का परीक्षण करने जा रहा है।
बंगाल की खाड़ी से किये जाने वाले इस परीक्षण के जरिए भारत परमाणु हमले की सूरत में अपने जवाबी हमले की क्षमता का प्रदर्शन करेगा।
सबमरीन से लॉन्च हो सकने वाली इस K-4 न्यूक्लियर मिसाइल का परीक्षण पूर्वी तट से होने वाला है। यह परीक्षण परमाणु क्षमता से लैस मिसाइल के संचालन की दिशा में अहम पड़ाव साबित होगा। जानकारी के मुताबिक, 3,500 किमी तक मार करने की क्षमता वाली मिसाइल अरिहंत क्लास परमाणु पनडुब्बी के लिए डिजाइन की गई है।
डिफेंस रिसर्च एंड डिवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन के डिवेलपमेंटल ट्रायल के हिस्से के तौर पर इसका अंडरवॉटर पंटून से परीक्षण किया जाएगा। K-4 के अंतिम परीक्षण की कोशिश 2017 में की गई थी और इसके डिवेलपमेंट प्रोसेस में तेजी लाने की अपील की गई थी।
खासकर, यह देखते हुए कि देश की दूसरी परमाणु पनडुब्बी INS अरिघात का काम पूरा होने वाला है और यह जल्द ही ट्रायल के लिए तैयार हो जाएगी।
भारत ने मिसाइल के ट्रायल की तैयारी के लिए समुद्री जहाजों को पहले ही बता दिया है। इसने एयरमैन को हिंद महासागर तक फैले 3,000 किमी लंबे उड़ान मार्ग को बंद करने के लिए नोटिस भेजा है। K-4 के पहले तीन परीक्षण हुए हैं और इसे असल गेम चेंजर माना जाता है, जो देश को जवाबी हमले का विकल्प देगा।
भारत के पास INS अरिहंत में एक ऑपरेशनल SLBM (K15) है। हालांकि, इसकी मारक क्षमता 750 किमी है, जो जवाबी हमले की धार को कुंद करती है। इसके साथ ही न्यूक्लियर ट्रायड का प्रभाव भी सीमित है।
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